जैसा कि आप जानते ही हैं कि पाक से अक्सर धार्मिक कट्टरवाद को लेकर ख़बरें आती ही रहती हैं। यही कट्टरवादी सोच फिलहाल वहां की महिलाओं के ऊपर हावी हो गई है। असल में कुछ कट्टरवादी मुस्लिम संगठनों ने पाकिस्तान में “महिला विरोधी कानून” बनाने की मांग की है, जिसमें वह औरतों को प्रताड़ित करने से लेकर उनको मार भी सकें पर ऐसे लोगों के खिलाफ वहां प्रदर्शन भी हो रहे हैं। पाक में फिलहाल इस कानून को लेकर वहां की स्थिति काफी संजीदा है।
महिला सुरक्षा का बिल गुजरा नागवार –
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असल में यहां महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कुछ समय पहले “महिला सुरक्षा बिल” पारित हुआ था, जो कि कुछ इस्लामिक संगठनों को बहुत नागवार गुजरा। वर्तमान में ऐसे इस्लामिक संगठन “महिला विरोधी बिल” को पास कराकर कानून के दायरे में लाना चाहते हैं ताकि इसको जबरन समाज पर लागू किया जा सके। आपको जानकारी के लिए बता दें कि यह महिला विरोधी कानून सरकार द्वारा पारित कर दिया जाता है तो मौखिक शोषण, घरेलू हिंसा, भावनात्मक हिंसा, पीछा करने या फिर साइबर अपराध जैसी असामाजिक चीजों पर भी पुरुषों का अधिकार हो जाएगा।
फिरकवादी मानसिकता का परिचय –
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जो कट्टरवादी मुस्लिम संगठन इस महिला विरोधी बिल को लागू करने की वकालत कर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं उनका कहना है कि “महिलाओं का शोषण और अत्याचार का हक़ हमें जन्मजात मिला हुआ है, हमारे इस अधिकार को कानून के सहारे दबाने की कोशिश न की जाए”।
यहां आपको बता दें कि यदि यह कानून पाक में लागू हो जाता है तो वहां पर स्त्रियों की हालत बद से बदतर हो जाएगी। वर्तमान में पकिस्तान में स्त्रियों की हालत का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि पिछले साल ही पाक में 1100 मामले महिलाओं की ऑनर किलिंग के थे तथा आत्महत्या के मामले भी कम नहीं थे।