सड़क दुर्घटना से बचाव की भी जिम्मेदारी है आपकी

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समझदारी में सुरक्षा, ये तो सभी को अच्छे से पता है कि अपनी सुरक्षा करना अपने हाथों में होता है लेकिन फिर देखा जाता है कि लोग नियमों को ताक पर रखकर अपनी जान की परवाह किए बिना नियमों की धड़ल्ले से धज्जियां उड़ाते हैं। उनको शायद उस वक्त अपनी सुरक्षा एक मजाक लगती है। जिसका खामियाजा कई बार उन्हें अपनी जान देकर भुगतना पड़ता है। वह लोग उस वक्त ये क्यों भूल जाते हैं कि जिन नियमों की आज वह धज्जियां उड़ा रहे हैं वह नियम उनकी ही जान की सुरक्षा के मद्देनजर बनाए गये हैं। जिसका आपको बिल्कुल भी ख्याल नहीं होता है। इसलिए सरकार इन नियमों के पालन ना करने पर आपके ऊपर अलग-अलग तरीके के फाइन लगाकर आपको आपकी जिंदगी की कीमत का अहसास कराना चाहती है, लेकिन इसके बावजूद भी लोगों को ये नियम फालतू और दकियानूसी लगते हैं। जिनका वह पालन नहीं करते और करते भी हैं तो फाइन के डर से।

कम से कम किसी डर से ही सही, लेकिन आप सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन तो करें। जिससे आपकी जान सुरक्षित रह सके। आज हम आपको उसी सड़क सुरक्षा के नियमों को ध्यान में रखने के मकसद से कुछ बातें बताने जा रहे हैं। जिसको आप डर से ही सही मगर अपनाएं तो सही। माना कई लोगों को हेल्मेट पहनकर गाड़ी चलाने का शौक नहीं होता, लेकिन सिर्फ शौक के लिए तो आप अपनी जान का रिस्क नहीं ले सकते हैं। ठीक उसी तरह हमारा देश, सरकार भी यही चाहती है कि लोग डर से ही सही अपनी जान की हिफाजत करें क्योंकि वह अपने देश के सभी लोगों की रक्षा करना चाहती है। जिसको पूरा करने के लिए आपको अपनी रक्षा करने की जिम्मेदारी खुद लेनी पड़ेगी।

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हम आपको अपने देश के मोटर व्हीकल एक्ट यानि कानून के बारे में बता दें की उसके अंदर ड्राइविंग लाइसेंस से लेकर मोटर व्हीकल के रजिस्ट्रेशन तक का उल्लेख किया गया है। जिसमें किसी भी तरह के सड़क हादसे के दोषी होने पर सख्य से सख्त सजा के प्रावधान का भी उल्लेख किया गया है, लेकिन उसके बावजूद भी इन नियमों को ताक पर रखकर उनकी धज्जियां उड़ाई जाती हैं। जिससे ये साफ जाहिर है कि लोगों को किसी नियम कानून की कोई परवाह नहीं होती है।

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वैसे वहीं दूसरी बात यह भी है कि अगर सरकार किसी तरह का डर दिखाकर लोगों का बचाव कर रही है तो उसमे भी गलत क्या है। क्योंकि लोगों में डर पैदा करके भी एक जिम्मेदारी का अहसास दिलाया जा सकता है। ऐसे में अब आपको इस बात का फैसला खुद करना है कि आप अपनी जिंदगी के साथ यूं ही खिलवाड़ करते रहेंगे या फिर डर से सरकार के नियम का पालन करेंगे। खैर हम तो यही कहेंगे कि आप अपनी जिंदगी की कीमत को समझिए और एक जिम्मेदार नागरिक बनकर सरकार के नियमों को ध्यान में रखते हुए अपने कर्तव्य निभाइए।

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