सात फेरे लेकर सात जन्मों तक एक दूसरे का साथ निभाने का वादा करने वाले दूल्हा दुल्हन को एक हुए सात घंटे भी नहीं बीते थे कि एक ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें उनका ये सात जन्मों का साथ सात घंटों का ही बनकर रह गया। आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं कि उस बाप पर क्या बीती होगी जिसने कुछ घंटे पहले ही अपनी नाज़ों से पली बेटी का कन्यादान कर उसे डोली में बैठाकर विदा किया था। शायद उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि वह जिस बेटी को डोली में बैठाकर विदा कर रहा है, वह कुछ ही देर में दुनिया से ही अलविदा हो जाएगी। बेटी का कन्यादान करना हर मां बाप का सपना होता है, लेकिन जब उसी बेटी के शव को कंधा देना पड़े तो इससे बड़ा दुख एक पिता के लिए कुछ और नहीं होता।
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मामला इंदौर के देवास का है। जहां रूपा नाम की लड़की की शादी मंदाना जिले के शाजापुर के रहने वाले दिनेश के साथ हुई थी, लेकिन वक्त की मार कहें या किस्मत का खेल कि शायद भगवान को ऐसा ही कुछ मंजूर था। लाल जोड़े से सजी नई नवेली दुल्हन ससुराल तक भी नहीं पहुंची थी कि रास्ते में ही एक हादसे ने सबकुछ पलट के रख दिया। जिसके बाद खुशियां मातम में तब्दील हो गई। हादसे के तुरंत बाद जैसे ही लड़की के पिता को इसकी सूचना मिली तो उन्होंने अधिक जानकारी के लिए लड़के के पिता को फोन किया। जिसके बाद दूसरी साइड से रोने बिलखने आवाजें सुनकर उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई और वह कुछ रिश्तेदारों सहित देवास के लिए रवाना हो गए।
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बेटी के शव को देख पिता बेसुध होकर गिर पड़े और उस वक्त उनके मुंह से सिर्फ एक ही आवाज आई कि-“ तुझे घर से विदा किया था, तू तो दुनिया ही छोड़ गई क्यों”। वहीं इस दौरान दूल्हे के पिता का भी यही हाल था। वह भी पोस्टमार्टम रूम के बाहर रोते-रोते बस इतना ही कह रहे थे कि- “मुझे नहीं पता था तेरा सेहरा ही तेरे कफन में बदल जाएगा”। बहरहाल बता दें कि इस हादसे में दुल्हा दुल्हन सहित 7 लोगों की मौत हुई है। लड़की पक्ष वाले मृतका के शव को अंतिम संस्कार के लिए मायके में ले आए हैं। यहीं पर उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।