आपने ऐसे कई लोगों के बारे में पढ़ा ही होगा, जिन्होंने अलग-अलग तरीकों से अवैध साम्राज्य खड़ा कर लिया था, हाल ही में एक ऐसा ही शख्स सामने आया है, जो खुद को भगवान बता एक विशाल अवैध साम्राज्य का मालिक बन गया है। जी हां, आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बता रहें हैं जो खुद को भगवान बताता है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि खुद को भगवान बताने वाले इस शख्स के अंदर भगवान वाले कोई गुण नहीं है। लोगों की मानें तो यह शख्स गैर कानूनी कार्य करता है। इस शख्स के ऊपर सरकार के बड़े मंत्री तथा अधिकारियों का हाथ है, जिसके चलते पुलिस भी इसको गिरफ्तार करने से बचती है। आइए आपको विस्तार से बताते हैं इस शख्स के बारे में।
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खुद को भगवान बताने वाले इस शख्स का असल नाम “राम अवध यादव” है। यह शख्स उत्तर प्रदेश के जिला प्रतापगढ़ का निवासी है। इस शख्स का अपना आश्रम है तथा बहुत लोग इसके शिष्य भी हैं। यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि वे सभी राम अवध के कार्यों से परेशान हो चुके हैं। राम अवध अक्सर रात में निकलता है और लोगों के खेतों को चिंहित कर देता है। सुबह में उसके चेले उन खेतों में जाकर बाढ़बंदी कर देते हैं और जमीन को कब्जा लेते हैं। कभी राम अवध लोगों के खेतों में पशुओं को खुलेआम छोड़ देता है, जिसके कारण उनकी फसल ख़राब हो जाती है। बहुत से लोगों ने इस प्रकार के कार्य को चलते अपने जमीन में फसल को बोना बंद कर दिया है। कई लोगों का कहना है कि इसके आश्रम में एक गुफा है और उसमें नीचे की ओर सुरंग बनी हुई है। इस सुरंग में बैठ कर राम अवध गैर कानूनी कार्य करता है तथा तस्करी का धंधा करता है। वर्तमान में इस बाबा बालक नाथ भगवान उर्फ राम अवध यादव के पास करोड़ों का साम्राज्य बन गया है। लोगों का कहना है कि बाबा बालक नाथ भगवान के सिर पर उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव का हाथ शुरू से रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह बाबा बालक नाथ भगवान एक बार रेप के आरोप में जेल भी जा चुका है। उतर प्रदेश की पूर्व समाजवादी सरकार के बहुत से अधिकारियों तथा मंत्रियों का हाथ इसके सिर पर रहा है।
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इस मामले का एक दूसरा पक्ष भी है और वह यह है कि बाबा बालक नाथ भगवान खुद को कृष्ण भक्त तथा योगिराज देवरहा बाबा के शिष्य बताते हैं। बाबा बालक नाथ भगवान का कहना है कि वे गरीबों की सहायता करते हैं तथा लोगों को भक्ति का उपदेश देते हैं। गांव के लोग उनसे द्वेष रखते हैं इसलिए उनकी शिकायत करते रहते हैं। बाबा के अनुसार लोग उनको फंसाने के लिए तरह-तरह की योजनाएं बनाते रहते हैं, जिसके चलते उनके कई शिष्यों की हत्या कर दी गई है। इस प्रकार से ये 2 पक्ष सामने आये हैं, जिनमें से एक ग्रामीण लोगों का है तो एक बाबा बालक नाथ भगवान का। अब सही क्या है इस बात का पता जांच के बाद ही लग सकता है। वैसे आस्था के विषय में कुछ कहा नहीं जा सकता है।