भारत के नेता और इन नेताओं के बयान दोनों ही पुराने समय से खूब प्रसिद्ध रहें हैं। हालही में त्रिपुरा के नए नए सीएम बने विप्लब देव ने अपने दिए बयानों से भारतीय राजनीति में वाकई विप्लव ला डाला था। खैर आज हम आपको भारतीय नेताओं के बयान के प्रसंग में कुछ अन्य भारतोय नेताओं को जोड़ कर कुछ नया दिखा रहें हैं। यहां आपको इन नेताओं के बयानों में उनके कहे कुछ ऐसे शब्द मिलेंगे, जिनको यदि कोई सुन ले तो हंस हंस कर लोटपोट हो जायेगा। आइये जानते हैं कुछ ऐसे ही भारतीय नेताओं के बयान।
1- देवी सीता का जन्म टेस्ट ट्यूब तकनीक से हुआ था
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डॉ. दिनेश शर्मा को आप जानते ही होंगे। ये वर्तमान में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री हैं। कुछ ही दिन पहले दिनेश शर्मा “हिंदी पत्रकारिता दिवस” पर मथुरा में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उस समय इन्होने कहा “देवी सीता के समय में टेस्ट ट्यूब तकनीक थी और हो सकता है कि सीता जी भी टेस्ट ट्यूब से पैदा हुई हो। रामायण में यह बताया गया है कि देवी सीता का जन्म एक मिटटी के पात्र से हुआ था जो इस बात का प्रमाण है कि रामायण काल में टेस्ट ट्यूब तकनीक थी।”
2- बेरोजगार युवकों को पान की दूकान चलानी चाहिए
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त्रिपुरा के नए नए सीएम विप्लब देव ने कुछ समय पहले बेरोजगार युवकों के लिए अपना एक अलग ही बयान दिया था। जिसके कारण वे चर्चा का केंद्र बन गए थे। बिप्लब देव ने कहा था कि “बेरोजगार युवकों को राजनेताओ के पीछे नहीं दौड़ना चाहिए बल्कि इससे अच्छा तो कि उनको पान की दूकान खोल लेनी चाहिए। यदि ये लोग पहले से ऐसा कर लेते तो अब तक उनके खाते में कम से कम 5 लाख रुपये होते।
3- देवर्षि नारद थे आज के गूगल
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यह गजब का बयान गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कुछ ही समय पहले दिया था। उन्होंने देवर्षि नारद की तुलना आज के सर्च इंजन गूगल से कर डाली थी। उन्होंने कहा था कि “जैसे आज के समय में गूगल पर सभी जानकारियां होती हैं। ठीक उसी प्रकार से प्राचीन काल में देवर्षि नारद को भी सारी दुनिया की जानकारी होती थी।”
4- महाबली हनुमान हैं दुनिया के पहले आदिवासी
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भगवान हनुमान को आदिवासी बताने वाला यह अजीबोगरीब बयान अलवर के भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने दिया है। आपको बता दें कि ज्ञानदेव अपने अथाह ज्ञान के कारण पहले भी ऐसे कई बयान दे चुके हैं। खैर इस बयान में उन्होंने कहा था कि “भगवान हनुमान ही दुनिया के पहले आदिवासी थे। उन्होंने आदिवासी लोगों को इकठ्ठा कर सेना निर्मित की थी। इस सेना को भगवान राम ने प्रशिक्षित किया था।”