लगातार आ रही महिलाओं की चोटी कटने की खबरों के बीच पीएम मोदी का एक ऐसा बयान आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है। जैसा की आप जानते ही होंगे कि वर्तमान में महिलाओं की चोटियां कटने का मामला देश भर में छाया हुआ है। बीते रक्षाबंधन के पर्व पर भी यही चर्चा आम रही और बहन की रक्षा करने वाले भाई इस बार बहन की चोटी की रक्षा करने के लिए वचनबद्ध दिखाई दिए। पिछले दिनों एक सवाल बड़े जोरों से देशभर में उठा था “बाहुबली को कट्टपा ने क्यों मारा”, इस सवाल के जवाब के लिए लोगों ने बाहुबली-2 देखी, पर कुछ खास हाथ नहीं लगा, लेकिन देश में महिलाओं की चोटी कटने के इस मामले में बहुत कुछ हाथ लगने की संभावना नजर आ रही है। असल में इस मामले को लेकर अब अपने पीएम मोदी जी ने बयान दे दिया है और इस बयान के कारण न सिर्फ देश की जनता हैरान हो गई है, बल्कि विपक्ष भी बरसाती मेंढक की तरह लगातार अपने सवाल दागने लगा है।
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हमारे संवाददाता पीके गिरपड़े के स्टिंग ऑपरेशन से एक नया तथ्य हमारे हाथ लगा है। स्टिंग ऑपरेशन के अनुसार असल में भारत की महिलाओं की चोटियां चीन कटवा रहा है। मिली खबर के अनुसार चीन के राष्ट्रपति शी झिनपिंग ने दोकलाम विवाद के चलते अपने देश के वैज्ञानिकों से एक ऐसी गैस बनाने को कहा था, जिससे महिलाएं बेहोश हो जाती हैं और उनके बालों पर कुछ इस प्रकार का असर डालती हैं कि बाल खुद ही कट कर अलग हो जाते हैं। इस गैस को शी झिनपिंग ने भारत पर छुड़वा दिया है और तब से ही यहां इस प्रकार के मामले सामने आ रहें हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शी झिनपिंग ने अपने जीव वैज्ञानिकों से एक नई नस्ल का कीड़ा बनवाया है, जो महिलाओं के बालों को काट कर छुप जाता है। इन कीड़ों को शी झिनपिंग ने बड़ी मात्रा में भारत में छुड़वा दिए हैं।
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इस प्रकार की उपरोक्त खबरों के चलते ही वर्तमान में पीएम मोदी जी ने अपना बयान जारी किया है, ताकि लोग वास्तविकता को सही से जान लें। इस प्रकार की चीन की बातों को अफवाह करार देते हुए पीएम मोदी ने देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करते हुए अपने बयान में कहा कि – “मेरे प्यारे भाई बहनों। जैसा की मैं चीन के बारे में बनी अफवाहों को सुन रहा हूं, असल में वैसा कुछ नहीं है। मेरे प्यारे मित्र शी झिनपिंग कभी इस प्रकार का कार्य नहीं कर सकते, ऐसा मेरा विश्वास है। असल में महिलाओं की चोटियां तो उनको “कैश लेस” कराने के लिए कटवाई जा रही हैं। मित्रों मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि वर्ष भर पहले जब देश में नोटबंदी हुई थी, तब उसमें कैश लेस पुरुष लोगों की संख्या बहुत ज्यादा थी, जबकि महिलाओं की संख्या न के बराबर की ही थी। मित्रों ऐसा लगता था कि जैसे इस नोटबंदी की योजना में हमारे देश की महिलाओं ने हिस्सा ही नहीं लिया। आपको याद ही होगा मित्रों की हमने “सबका साथ, सबका विकास” का नारा दिया था, इसलिए अब महिलाओं के लिए यह कैशलेस योजना दोबारा से चलाई जा रही है। इस योजना का शुभारंभ राजस्थान से किया जा चुका है और धीरे-धीरे यह अलग अलग राज्यों में बढ़ती जा रही है। मित्रों मैं आपको यह भी बता दूं कि कई राज्यों के चोटी कटवे, इस योजना में बतौर वॉलंटियर के रूप में कार्य कर रहें हैं। मैं सभी देशवासियों को आश्वस्त करना चाहूंगा कि घबराने की कोई बात नहीं है। सभी महिलाएं इस योजना में हमारा साथ दें और देश को आगे बढ़ाने में योगदान करें।”
विशेष नोट- इस तरह के आलेख से हमारा उद्देश्य केवल आपका मनोरंजन करना है। इसमें मौजूद नाम और राजनीतिक पार्टियों की छवि को धूमिल करना हमारा उद्देश्य नहीं है। साथ ही इसमें बताया गया घटनाक्रम मात्र काल्पनिक है। अगर इससे कोई आहत होता है तो हमें बेहद खेद हैं।