संडे के दिन की असली खुशी वही समझ सकता है जो सप्ताह भर ऑफिस में काम करता है। इस दिन ऑफिस वर्कस और स्कूल जाने वाले बच्चों से ज्यादा खुश और कोई नही होता। हालांकि हर एक शख्स को संडे के आने का इंतजार रहता है। मगर क्या आपने यह सोचा की आखिर संडे के दिन ही हमे छुट्टी क्यों होती है और ऐसा कब से हो रहा है। यकीनन आप सब के मन में यह सवाल कभी न कभी तो जरुर आया ही होगा। चलिए आज हम आपके इस सवाल का जवाब देते हैं। दरअसल इसे लेकर 3 कहानियां खूब प्रचलित है, जिन्हें आज इस लेख में पढ़ेंगे।
इंटरनेशनल स्टैंडरलाइजेशन ऑर्गेनाइजेशन की माने तो रविवार को सप्ताह का आखिरी दिन माना जाता है इसलिए इस दिन को छुट्टी के लिए चुना गया था। यह फैसला साल 1986 में लिया गया था। हालांकि कुछ लोगों के अनुसार इसकी वजह ब्रिटिशर्स के आगमन को माना जाता है। साल 1986 में अंग्रेजी गवर्नर जनरल द्वारा सबसे पहले रविवार की छुट्टी को लेकर आदेश दिए गए थे। अगर इतिहास में देखा जाए तो ब्रिटेन दुनिया का पहला देश था जहां रविवार के दिन बच्चों के स्कूल में छुट्टी दी गई थी। हालांकि इसके उनकी सोच थी कि सप्ताह के एक दिन बच्चों को अपने घरों में ही रह कर पढ़ाई लिखाई से कुछ अलग कुछ क्रिएटिव करना चाहिए, यह उनके मानसिक विकास के लिए काफी अच्छा रहेगा।
1- भारत प्रचलित कहानी
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जिस समय भारत में अग्रेजी सम्राज्य का राज था उस दौरान अधिकतर भारतीय मजदूरी किया करते थे। इस दौरान मजदूरों से सप्ताह के सातों दिन काम लिया जाता था। लगातार काम करने से मजदूरों की हालत बिगड़ने लगी थी। ऊपर से अंग्रेजो द्वारा मजदूरों खाना खाने का समय भी नही दिया जाता था। इसी के चलते साल 1857 के दौरान मेघाजी लोखंडे ने मजदूरो के लिए आगे आए और उन्होंने अंग्रेजी हकुमत से मजदूरों के लिए राहत की मांग की। उन्होंने कहा कि मजदूरों को रोजाना खाना खाने के लिए एक नियमित समय दिया जाना चाहिए और आराम के लिए सप्ताह में एक दिन छुट्टी भी। इसके बाद 10 जून 1890 में अंग्रेजी सरकार ने मेघाजी लोखंडे द्वारा दिए प्रस्ताव को पारित कर दिया और सप्ताह आखिरी दिन रविवार को छुट्टी का दिन घोषित कर दिया।
2- धार्मिक कारण भी है
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रविवार के दिन छुट्टी मिलने के कुछ धार्मिक कारण भी हैं जो कि हिन्दु मान्यताओं से जुड़े हैं। हिंदु शास्त्रो के अनुसार सप्ताह का आरंभ सूर्य के दिन यानि रविवार से होती है। इसलिए रविवार का दिन आराम व पूजा पाठ का होता है और उस दिन काम नही करना चाहिए। वहीं अंग्रेजों का मानना है कि ईश्वर ने काम के लिए 6 दिन निर्धारित किए थे इसलिए सातवां दिन यानि का रविवार को आराम करना चाहिए।
3- इस जगह नहीं होती संडे की छुट्टी
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जैसे कि आप जानते हैं कि दुनिया में ढेरों विभिन्ताएं है। इसलिए दुनिया के हर स्थान एक समान मान्यताएं नही हैं। अगर मुस्लिम देशों की बात की जाए तो अधिकतर मुस्लिम देशों में रविवार को छुट्टी नही होती। इसका कारण यह है कि शुक्रवार का दिन इन लोगों के लिए इबादत का दिन होता है इसलिए इन्हें शुक्रवार के दिन छुट्टी दी जाती है।