आज का इतिहास: एड्स का पहला एंटीबॉडी टेस्ट हुआ

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7 मार्च के दिन दुनिया की सबसे घातक बीमारी एड्स के उपचार के लिए एंटीबॉडी एलिसा-टाइप टेस्ट शुरू किया गया था, जो बाद में इस जानलेवा बीमारी के उपचार के लिए मील का पत्थर साबित हुआ। एड्स से दुनियाभर में हर वर्ष हज़ारों लोगों की मौत होती है, लेकिन इस परीक्षण से पहले एड्स की रोकथाम का कोई कारगर तरीका नहीं था। आइए एक नजर डालते हैं आज के दिन से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं पर…

7 मार्च 1835 – भारत में यूरोपीय साहित्य और विज्ञान के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देने का प्रस्ताव लाया गया।
7 मार्च 1854 – चार्ल्स मिलर ने सिलाई मशीन के लिए पेटेंट प्राप्त किया।
7 मार्च 1876 – अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने टेलीफोन के लिए पेटेंट हासिल किया।

अलेक्जेंडर ग्राहम बेलImage Source: http://www.dw.com/

7 मार्च 1906 – फिनलैंड ने महिलाओं को वोट डालने का अधिकार मिला।
7 मार्च 1911- प्रसिद्ध हिन्दी लेखक एस एच वात्स्यायन का जन्म हुआ।
7 मार्च 1918 – फिनलैंड ने जर्मनी के साथ मैत्री संधि पर हस्ताक्षर किये।
7 मार्च 1925- सोवियत रेड आर्मी ने बाहरी मंगोलिया पर कब्जा किया।
7 मार्च 1945 – द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिकी फौज ने जर्मनी की राइन नदी को पार किया।
7 मार्च 1959 – अमेरिकी पायलट मेल्विन सी गार्लोव, जेट विमानों से एक लाख मील की दूरी तय करने वाले पहले पायलट बने।
7 मार्च 1961 – प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और वरिष्ठ नेता गोविंद बल्लभ पंत का निधन हुआ था।
7 मार्च 1985- एड्स का पहला एंटीबॉडी परीक्षण एलिसा-टाइप टेस्ट शुरू किया गया था।

coverImage Source: https://s-media-cache-ak0.pinimg.com/

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