वैसे तो पानी के जहाज समुद्र में ही चलते हैं, पर आज हम आपको यहां जिस जहाज के बारे में बताने जा रहे हैं वह पहाड़ को चीर कर बाहर निकला हैं। आप जिस तस्वीर को यहां देख रहें हैं उसको देख कर आपके मन में यह प्रश्न उठा ही होगा कि आखिर कैसे यह पानी का जहाज पहाड़ को चीर कर बाहर निकला हैं, पर वास्तव में ऐसा कुछ नहीं है। आज हम आपको इस जहाज के बारे में वो बात बता रहें हैं जिसके बारे में कम लोग ही जानते हैं।
जहाज के लिए बनाया स्मारक –
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असल में यह जहाज रूस का हैं। इस जहाज ने अपने कार्यकाल में कई युद्ध लड़े और बहुत से रहत व बचाव कार्यों में भाग लिया। अपने देश के लिए इस जहाज ने जो कार्य किये उसके लिए रूस को इस जहाज पर गर्व हैं। जब इस जहाज की आयु पूरी हुई तो यह जर्जर होने लगा तो रूस सरकार ने यह सोचा कि क्यों न इस जहाज की धातु को किसी अन्य कार्य में लगा लिया जाए। उस समय रूस की सेना ने इस जहाज के लिए अपना अलग ही विचार दिया।
सेना ने कहा कि “इस जहाज ने अपने कार्यकाल में कई युद्धों में भाग लेकर देश का नाम ऊंचा किया हैं तथा कई रहत और बचाव के अभियानों में हिस्सा लेकर हजारों लोगों की जान बचाई है इसलिए इसको ख़त्म करना उचित नहीं होगा बल्कि इसका स्मारक बना देना चाहिए ताकि यह अन्य सभी देशवासियों के लिए गर्व का विषय बन सके।”
यह सुझाव रूस सरकार को अच्छा लगा इसलिए इस पर तुरंत कार्य किया गया। रूस में बंदरगाहों के शहर मूरमांस्क में एक युद्ध स्थल में इस जहाज को पहाड़ पर टांग दिया गया। उस समय से प्रतिवर्ष इस जहाज को देखने के लिए हजारों लोग मूरमांस्क शहर में पहुंचते हैं और इस जहाज को देख कर इस पर गर्व करते हैं।