आजकल लोग अपनी लाइफ में इतना व्यस्त हो गए हैं कि उनके पास अपनी सेहत पर ध्यान देने तक का समय नहीं है। हम ऐसे कई लोगों को जानते हैं जो खाने के मामले में अपने वजन को लेकर ज्यादा गंभीर नहीं रहते और जितना मर्जी उतना खाते हैं इसके बावजूद उनका वजन नियंत्रित ही रहता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ये लोग खाने की गुणवत्ता पर ध्यान देते हैं, उसकी मात्रा पर नहीं। इसलिए वह स्लिम और ट्रिम रहते हैं। यह बात हम नहीं बल्कि हाल ही में किए गए एक अध्ययन से पता चला है।
यह शोध फिनलैंड की एक यूनिवर्सिटी में हुआ है और इस शोध की मुख्य लेखक अन्ना लीना व्यूरिनेन ने कहा कि यह निष्कर्ष काफी उत्साहजनक है, क्योंकि खाने पर रोक लगाने या पसंदीदा खाना खाने से परहेज करने से बेहतर है कि खाने की मात्रा से अधिक उसकी गुणवत्ता पर ध्यान दें।
इस अध्ययन का यह परिणाम ग्लोबल हेल्दी वेट रजिस्ट्री के सर्वेक्षण पर आधारित है। इस सर्वेक्षण में शामिल किए गए प्रतिभागियों से एक शब्दावली के माध्यम से आहार, नियमित दिनचर्या और व्यायाम संबंधित सवाल किए गए थे।
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इस अध्ययन से यह बात भी सामने आई कि घर में बना हुआ पौष्टिक खाना और अपने मन की आवाज सुनने वाले लोग दूसरों के मुकाबले ज्यादा चुस्त दुरुस्त दिखें। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि घर में बने भोजन का ही इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा करने से हम तरो ताजा रहते हैं।