बीते दिनों दिल्ली के सीएम केजरीवाल की कार चोरी होने का मामला सामने आया था। मगर हैरानी की बात यह रही कि चोर ने अचानक कुछ दिन बाद उनकी कार को सही सलामत लौटा दिया। दरअसल हुआ यह कि बीते गुरूवार की शाम दिल्ली के सीएम केजरीवाल की कार अचानक सचिवालय के पास से चोरी हो गई थी लेकिन 2 दिन बाद चोर खुद ही इस कार को वापिस लौटा गया।
इस बात से सभी लोग बहुत हैंरान थे कि अचानक चोर ने केजरीवाल की कार क्यों लौटा दी। इस बात का खुलासा किया हमारे विशेष संवाददाता पीके गिरपड़े ने। आइये जानते हैं इस पुरे मामले को उनकी इस विशेष रिपोर्ट में।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की वैगन-आर कार बीते दिनों सचिवालय से चोरी हो गई थी। इस घटना से माननीय सीएम अरविन्द जी बहुत ज्यादा दुःखी थे। वे बार-बार कह रहें थे कि यह कार उन्होंने अपने ईमानदारी के पैसों से खरीदी थी। इस मामले में पुलिस बढ़ी मुस्तैदी से कार्यवाही की जा रही थी मगर फिर भी कोई रिजल्ट नहीं आया।
इसी बीच एक बड़ी घटना यह घटी की ठीक 2 दिन बाद चोर अरविन्द जी की गाड़ी को खुद ही वापिस छोड़ गया। अब पुलिस चोर की तफ्तीश में लगी हैं पर चोर का पता नहीं चल पा रहा। दूसरी और सभी लोग इस बात से भी हैंरान थे कि आखिर चोर अरविन्द जी की कार क्यों वापिस छोड़ गया। चोर को पुलिस तो नहीं पकड़ पाई मगर यह चोर हमाकी टीम की नजर से नहीं बच पाया। चोर के मिलने के बाद में हमने उस पर सवाल दागना शुरू किया।
पत्रकार – आपने अरविन्द जी की गाड़ी चुराई पर फिर वापिस क्यों लौटा दी ?
चोर – असल में मुझे नहीं पता था कि यह अरविन्द जी की गाड़ी हैं । मैं पिछले 10 वर्ष से गाड़ी चोरी का धंधा कर रहा हुं पर आज तक मैने ऐसी गाड़ी नहीं देखी। यह गाड़ी हर 1 किमी के बाद यू-टर्न ले लेती थी। इस बात का पता मुझे उस समय लगा जब मैंने टीवी पर न्यूज़ देखी। तब मुझे पता लगा कि यह यू-टर्न क्यों लेती हैं । अब ऐसी गाड़ी का मैं क्या करता सो मैंने वापिस कर दी।
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इस बारे में मनीष सिसौदिया ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा – “देखिये अरविन्द जी की गाड़ी उनकी यू-टर्न वाली खूबी के कारण ही वापिस आई हैं । असल में वह भी एक किमी के बाद यू-टर्न लेते हैं इसलिए उनकी गाड़ी को भी यह आदत हो गई हैं । देखा जाए तो यह आम आदमी की जीत हैं ।” हमारे पत्रकार पीके गिरपड़े ने इस पूरी रिपोर्ट को कवर करने के बाद अपने विचार देते हुए कहा कि यदि केजरीवाल जी चाहते तो अपने वायदे के अनुसार दिल्ली में 15 लाख CCTV लगवा कर इस हादसे को रोक सकते थे पर शायद उन्होंने अपने वायदे से भी यू-टर्न ले लिया हैं। पुलिस अभी भी चोर को तलाश रही हैं, पर यह बात गौर करने वाली हैं कि जब दिल्ली में “दिल्ली का मालिक” ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम आदमी की क्या दशा होगी।
विशेष नोट- इस तरह के आलेख से हमारा उद्देश्य केवल आपका मनोरंजन करना हैं। इसमें मौजूद नाम, संस्था और राजनीतिक पार्टियों की छवि को धूमिल करना हमारा उद्देश्य नहीं हैं। साथ ही इसमें बताया गया घटनाक्रम मात्र काल्पनिक हैं। अगर इससे कोई आहत होता हैं तो हमें बेहद खेद हैं।