साउथ की मशहूर लेखिका, स्क्रिप्ट राइटर और फिल्म मेकर चेतना तिर्थीहल्ली ने शनिवार को बेंगलुरू के हनुमंता नगर पुलिस स्टेशन में दो लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है। चेतना ने बताया है कि कुछ लोगों ने उन्हें रेप और एसिड अटैक की धमकी दी है। इससे पहले कन्नड़ लेखक कुल्बर्गी की हत्या का मामला भी सामने आया था। बातचीत में चेतना ने बताया कि वह खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं। पिछले कुछ दिनों से उन्हें लगातार फेसबुक पर धमकी भरे मैसेज मिल रहे हैं और कुछ लोग उनका पीछा भी कर रहे हैं।
चेतना ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्होंने हिन्दू रीति-रिवाजों के विरुद्ध एक आर्टिकल लिखा था, जिसके एक मैगजीन में छपने के बाद से ही उनके साथ ऐसी गतिविधियां हो रही हैं। वैसे कुछ दिन पहले चेतना ने एक बीफ पार्टी में भी हिस्सा लिया था। इस तरह की धमकियों को पहले तो चेतना ने नजरअंदाज किया, लेकिन बाद में धमकियां जब बढ़ने लगी तो उन्हें पुलिस में रिपोर्ट करनी पड़ी।
पुलिस को दी गई रिपोर्ट में चेतना ने दो लोगों के नामों का खुलासा किया है। ये लोग लेखिका को फेसबुक पर सांप्रदायिक, महिला विरोधी और अश्लील मैसेज किया करते थे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा- 504, 506, और 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों की तलाशी के लिए साइबर क्राइम सेल की मदद ली जा रही है।
पिछले कुछ सालों में कन्नड़ लेखक कलबुर्गी और गोविंद पानसरे समेत कई साहित्यकारों की हत्या हो चुकी है। इसके विरोध में दो दर्जन से ज्यादा लेखक और साहित्यकार साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटा चुके हैं। इनमें उदय प्रकाश, अशोक वाजपेयी, मुनव्वर राणा शामिल हैं। इस तरह के मामले बढ़ने से ही साहित्यकारों का भरोसा सरकार से उठ रहा है। अगर इस तरह से वारदातें ऐसे ही बढ़ती रही तो साहित्यकारों द्वारा पुरस्कार लौटने का सिलसिला यूं ही चलता रहेगा।