अब खेल के मैदान में हिंसा की घटनाएं बढ़ने लगी हैं। मैदान में जीत के लिए हर प्रयास करने वाले खिलाड़ी खेल भावना को पीछे छोड़ने में भी परहेज नहीं कर रहे हैं। ऐसा देखा जाने लगा है कि खिलाड़ी मैदान में हाथापाई तक पर उतर जाते हैं, लेकिन एक मैच में तो रेफरी को खिलाड़ी को रेड कार्ड दिखाना इतना भारी पड़ा कि खिलाड़ी ने गुस्से में रेफरी की जान ही ले ली।
जानकारी के अनुसार कोरडोबा में स्थानीय युवा टीमों के बीच फुटबॉल का मैच चल रहा था। फुटबॉल के मैच में रेफरी ने खिलाड़ी के द्वारा फाउल करने पर रेड कार्ड दिखाकर मैदान से बाहर जाने का इशारा किया। इस पर फुटबॉलर को गुस्सा आ गया। यह खिलाड़ी बाहर से अपने मित्रों से बंदूक लेकर आया और 48 वर्षीय रेफरी सीजर फलोरेस पर तीन गोलियां चला दीं। रेफरी के सिर, सीने और गर्दन पर गोलियां लगीं। रेफरी को तुरंत मौके से अस्पताल ले जाया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही रेफरी ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इस घटना को अंजाम देने के बाद खिलाड़ी मौके से फरार हो गया। फिलहाल पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई है। इस वारदात को अंजाम देने के वक्त एक खिलाड़ी भी घायल हो गया। उस खिलाड़ी को भी अस्पताल पहुंचाया गया। फिलहाल घायल खिलाड़ी खतरे से बाहर है।
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फुटबॉल के मैदान में होने वाली यह अपने आप में ऐसी पहली घटना है। इससे पहले भी फुटबॉल के अन्य मैचों में खिलाड़ियों के बीच मारपीट देखने को मिली थी। आपको बता दें कि इस तरह के घरेलू मैचों में पिछले वर्ष एक खिलाड़ी ने येलो कार्ड दिखाए जाने पर रेफरी को मुक्का मार करके बेहोश कर दिया था।