“रोहिणी और गया” के बीच निवास करने वाले वाले लोग कहलाते हैं “रोहिंग्या” – राहुल गांधी

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राहुल गांधी

 

राहुल गांधी कितने बेबाक और बुद्धिमतापूर्ण जवाब देते हैं यह सभी को पता है। वर्तमान में दिया गया उनका एक ऐसा ही जवाब काफी प्रचलित हो रहा है। माना जा रहा है कि राहुल गांधी के ऐसे बेबाक और बुद्धिमतापूर्ण जवाबों के कारण आज कपिल शर्मा की तबियत ख़राब है। खैर हाल ही की बात करें तो अपने देश के सबसे युवा पार्टी उपाध्यक्ष यानि राहुल गांधी वर्तमान में विदेश में हैं और वहां की एक यूनिवर्सिटीज में छात्रों के बीच ज्ञान पेलने में लगे हुए हैं। पिछले दिनों अपने इस कार्य के दौरान उनको उस समय अचानक ही रुक जाना पड़ा जब एक छात्र ने उनसे “रोहिंग्या” पर सवाल पूछ लिया।

राहुल गांधीImage Source:

कुछ समय सोचने के बाद राहुल ने सभी छात्रों से मुखातिव होते हुए जो जवाब दिया उसको सुनकर वहां उपस्थित सभी छात्र और अधिकारी जोरो से हंसने लगे। राहुल गांधी ने कहा “रोहिणी तथा गया” के बीच में निवास करने वाले सभी लोग “रोहिंग्या” कहलाते हैं। रोहिणी दिल्ली में है और गया बिहार में है इसलिए रोहिंग्या लोग भारतीय ही हैं।”, राहुल गांधी का यह बयान अब सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया जा रहा है और तेजी से वायरल हो रहा है। दूसरी और इस बयान के कारण केंद्र सरकार ने कांग्रेस के ऊपर दबाब बनाते हुए यह कहा है कि राहुल रोहिंग्या लोगों को भारत में गैर क़ानूनी तरीके से बसाना चाहते हैं। इसके बाद में कांग्रेस तुरंत राहुल गांधी के बचाव में आ गई और कांग्रेस प्रवक्ता संजय झा ने राहुल गांधी के बयान का समर्थन करते हुए कहा की “राहुल जी ने जो शब्द कहें हैं उससे सिर्फ यही पता लगता है कि राहुल जी भेदभाव की राजनीति नहीं करते हैं और हमारे देश को वर्तमान में ऐसे ही “युवा” राजनेता की जरुरत है।”, इसी के जवाब में भाजपा के गिरिराज सिंह ने कहा की “इस हिसाब से तो चायना वाले भी भारत के ही नागरिक हुए क्योंकि भारत में ऐसे लोगों की संख्या लाखों में है जो “चाय को ना” कहते हैं अर्थात चाय पीने से मना करते हैं। बेहतर है कि राहुल जी अध्यक्ष पद सँभालने से पहले भूगोल को अच्छे से पढ़ ले। अब देखना यह है की राहुल गांधी फिर से कब बुद्धिमतापूर्ण बयान देते हैं।

विशेष नोट- इस तरह के आलेख से हमारा उद्देश्य केवल आपका मनोरंजन करना है। इसमें मौजूद नाम, संस्था और राजनीतिक पार्टियों की छवि को धूमिल करना हमारा उद्देश्य नहीं है। साथ ही इसमें बताया गया घटनाक्रम मात्र काल्पनिक है। अगर इससे कोई आहत होता है तो हमें बेहद खेद हैं।

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