लियोनार्डो दा विन्सी, एलबर्ट आइंस्टीन और थॉमस एडिसन के बीच सिर्फ एक चीज सामान्य थी कि वो काम करने के दौरान कुछ देर के लिए झपकी लिया करते थे। ऑफिस में लगातार आंखें खोल कर काम करना मुश्किल रहता है। इसलिए आपको हमेशा कुछ देर के लिए झपकी लेनी चाहिए जिसे अंग्रेजी में ‘पावर नैप’ बोलते हैं। आपको यह मजाक लग रहा होगा लेकिन ये सच है।
झपकी के पीछे कई सारे फायदे छिपे हैं-
एक शोध के पाया गया है कि झपकी लेने से आपके स्वास्थ्य को कई सारे फायदे होते हैं। अगर आप ऑफिस में काम करने के दौरान नैप यानी झपकी लेते हैं तो आप मुश्किल काम भी बिना चिड़चिड़ेपन के कर सकते हैं। इससे आपकी याद्दाश्त में सुधार आता है और आपकी क्रिएटिविटी और समस्या को सुलझाने की क्षमता बढ़ जाती है। सिर्फ यही नहीं इससे आपकी सतर्कता बढ़ जाती है और गलतियां करने की संभावना कम हो जाती है।
ज्यादातर सब लोगों ने अनुभव किया होगा कि दोपहर में एक ऐसा समय आता है जब आपके लिए आंखें खुली रखना मुश्किल हो जाता है। एक शोध में पता चला है कि दोपहर 1 से 3 बजे और 2 से 4 बजे के बीच शरीर की सिरकाडियन रिदम में गिरावट आती है। हालांकि ये समय हर किसी का अलग होता है, आप चाहे कितनी भी नींद ले लें।
इस महिला की झपकी ना लेने की वजह से टूटी थी गाल की हड्डी-
Image Source: http://media.indiatimes.in/
एरियाना हफिंगटन, हफिंगटन वेब पोर्टल की संस्थापक हैं। ये वेब पोर्टल दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन समाचार पोर्टलों में से एक हैं। वे झपकी ना लेने की वजह से बेहोश हो गई थीं जिसमें डेस्क पर सिर टकराने की वजह से इनके गाल की हड्डी टूट गई थी। इस महिला ने करीब 1 महिना चिकित्सा विशेषज्ञों से इसकी वजह पता लगाने की कोशिश की थी और जब वजह पता लगी तो एरियाना के होश उड़ गए। एरियाना दिन भर में 18 घंटे काम करती थी और मात्र 3 या 4 घंटे की नींद लेती थी।
जब एरियाना इस मामले की तह तक गईं तो उन्हें पता चला कि जो लोग कम नींद लेते हैं उनकी सेहत पर बहुत प्रभाव पड़ता है। इससे जान तो नहीं जाती, लेकिन कैंसर, दिल की बीमारी जैसी समस्या सामने आती है। फिलहाल अब वो दिन में 8 घंटे की नींद और काम के दौरान झपकी ले लेती हैं।
कुछ कंपनियों में नैप रुम बनाए गए हैं-
Image Source: http://media.indiatimes.in/
उबर की सैन फ्रैनसिस्को के मुख्यालय, प्राइसवॉटरहाउसकूपर और गूगल जैसी कंपनियों में कर्मचारियों के लिए नैप रूम और नैप पॉड बनाए गए हैं ताकि ऑफिस में भी कर्मचारी आराम से नैप से सकें। इसके लिए नैप पॉड में कुछ धीमी आवाजें बजाई जाती हैं ताकि कर्मचारी आराम से झपकी ले सकें।