कभी कभी कॉलेज प्रोफेसर भी कुछ ऐसी बाते कह देते हैं जिसके कारण बवाल मच जाता है। हाल ही कुछ ऐसा ही वाक्या घटा है जिसमे एक प्रोफेसर ने कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं के विषय में कुछ ऐसे शब्द कह दिए कि छात्र प्रर्दशन पर उतर आए। एक और देश की राजधानी में स्थित जेएनयू के छात्र यौन उत्पीड़न के मामले पर एक प्रोफेसर के खिलाफ सड़को पर उतरे हुए हैं तो दूसरी और केरल के एक कॉलेज के प्रोफेसर का आपत्तिजनक बयान तूल पकड़ गया है। जिसके चलते केरल में भी छात्र प्रदर्शन कर रहें हैं तथा प्रोफेसर के खिलाफ नारेबाजी कर रहें हैं। इस प्रदर्शन में अधिकतर छात्राएं हैं और वे अपने हाथों में तरबूज लेकर प्रदर्शन कर रहीं हैं। आइये अब आपको विस्तार से बताते हैं केरल के मामले को।
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सबसे पहले तो आपको बता दें कि यह मामला केरल के कोझिकोड में स्थित “फारूक ट्रेनिंग कॉलेज” से सामने आया है। असल में यहां पढ़ाने वाले प्रोफेसर जौहर मुनव्विर ने एक कार्यक्रम के दौरान छात्राओं पर एक आपत्तिजनक बयान दे दिया था। उन्होंने कहा था “मुस्लिम छात्राएं हिजाब नहीं पहनती हैं और तरबूज के टुकड़े की तरह अपना सीना दिखाती रहती हैं। लड़कियां इस्लामिक वेषभूषा नहीं पहन रहीं हैं जो की गलत है। इस कालेज में 80 प्रतिशत छात्राएं हैं। जिनमें से अधिकतर मुस्लिम है। इन सभी को इस्लामिक वेषभूषा पहननी चाहिए तथा अपने बदन को सिर से पैर तक ढक कर रखना चाहिए।”
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इस बयान का वीडियो जैसे ही वायरल हुआ तो छात्राओं और छात्रों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। केरल स्टूडेंट यूनियन से जुड़े छात्रों तथा छात्राओं ने सड़क पर तरबूज बांट कर प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी और एवीपी के साथ जुड़े छात्रों ने कॉलेज गेट पर तरबूज फेंक कर प्रदर्शन किया। कालिकट यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन की चेयरपर्सन सुजा पी का कहना है कि टीचर्स को छात्रों का चेहरा देख कर पढ़ाना चाहिए न की उनका शरीर देख कर। कॉलेज मैनेंजमेंट इस सारे मसले पर अभी तक यह बोल पाया है कि यदि उनके पास में इसकी शिकायत आती है तो वे प्रोफेसर पर कार्यवाही जरूर करेंगे।