ट्रिपल तलाक को हालांकि कोर्ट ने बैन कर दिया है, पर अभी भी सरेआम इस मामले में कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। ट्रिपल तलाक के मामले अभी भी सामने आ रहें हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही मामले से यहां रूबरू करा रहें हैं ताकि आप जान सकें कि किस प्रकार से आपराधिक मानसिकता वाले लोग लगातार कानून की धज्जियां उड़ा रहें हैं। आपको सबसे पहले हम बता दें कि यह मामला उत्तर प्रदेश के बरेली से सामने आया है।
यहां पर एक व्यक्ति ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए अपनी पत्नी को ट्रिपल तलाक दे दिया। आपको बता दें कि देश के सर्वोच्च अदालत ने इस कुप्रथा पर 6 माह के लिए बैन लगा दिया है, साथ ही केंद्र सरकार को इसके लिए कोई नियम बनाने को कहा है। इसी बीच एक मामला हाल ही में बरेली से सामने आया है।
आपको बता दें कि बरेली के शेरगढ़ थानक्षेत्र के सरपुरा गांव में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को ट्रिपल तलाक दे दिया। पीड़ित महिला का नाम सोनी बताया जा रहा है। महिला का कहना है कि उसके पति ने गांव के लोगों और मौलवी के सामने उसे ट्रिपल तलाक दे कर निकाल दिया। अब पीड़ित महिला ने कोर्ट से अपने न्याय के लिए गुहार लगाई है।
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पीड़ित महिला सोनी का कहना है कि उसकी उसके पति के साथ में लव मैरिज हुई थी, पर जब से शादी हुई थी तब से ही उसका पति लगातार उसके साथ मारपीट करता आ रहा है। उसका पति उसको दिनभर भूखा रखता था तथा खाना-पीना नहीं देता है। इस पीड़ित महिला ने केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की बहन फरहत नकवी से गुहार लगाई है तथा न्याय की मांग की है।
आपको बता दें कि फरहत नकवी खुद ट्रिपल तलाक का शिकार हैं और वे ऐसी महिलाओं की मदद के लिए हमेशा तैयार रहती है। पीड़िता का कहना है कि उसका पति अब दूसरा निकाह करना चाहता है, इसलिए उसने सोनी को तलाक देकर घर से निकाल दिया है। इस प्रकार से देखा जाए तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी अपने स्वार्थ के लिए लोग कानून की धज्जियां उड़ा रहें हैं और लगातार ट्रिपल तलाक के मामले उजागर होते जा रहें हैं। ऐसे में सरकार को उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद अब और कोई ठोस कदम उठाने की जरूरत है।