फिल्मों के बढ़ते शौक और इनसे जुड़ी नकारात्मक बातों को अपना कर कुछ लोग दूसरों के जीवन से खिलवाड़ करने से भी पीछे नहीं रहते। कुछ ऐसी ही घटना का शिकार हुई स्नैपडील की सॉफ्टवेयर इंजीनियर दीप्ति सरना। बीते दिनों हुए दीप्ति के अपहरण मामले के खुलासे में जो राज सामने आ रहे हैं वह सबको चौंका देने वाले हैं।
बताया जा रहा है कि इस किडनैपिंग के केस में चार अरोपी मुख्य रूप से शामिल थे, जिन्हें पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। जिसमें एक तरफा प्यार का शक जताया जा रहा है। इन चारों आरोपी में से एक दीप्ति का फैमिली मेंबर भी है। जिसके द्वारा मुख्य रूप से इस वारदात को अंजाम दिया गया। सूत्रों के मुताबिक चारों आरोपियों की गिरफ्तारी हरियाणा में की गई। इस घटना का हीरो या मास्टरमाइंड देवेंद्र नामक शख्स है, जो पहले से ही एक कुख्यात आरोपी रह चुका है और कुरुक्षेत्र की जेल से भागा हुआ है। इसके ऊपर 15 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित किया गया था।
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि देवेंद्र ने दीप्ति को आते-जाते देखा और प्यार कर बैठा। उसके एक तरफा प्यार के जुनून की आग इतनी भड़की कि उसने दीप्ति को अगवा कर अपने कब्जे में ले लिया। इस साजिश को अंजाम देने की सोच उसे डर फिल्म की स्टोरी से मिली। अपने एक तरफा प्यार की सनक में दीप्ति को पाने के लिये उसने यह कदम उठा लिया। बताया जाता है कि अगवा करने के दौरान उसने दीप्ति को किसी को हाथ भी नहीं लगाने दिया। जब पुलिस का दबाव बढ़ने लगा तो उसने लड़की को छोड़ दिया।
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गौरतलब है कि 24 वर्षीय दीप्ति बीते दिनों गुड़गांव में स्थित स्नैपडील के ऑफिस से गाजियाबाद अपने घर के लिये निकली। रात करीब 8 बजे वैशाली के मेट्रो स्टेशन पर उतर कर शेयरिंग ऑटो लेकर वह गाजियाबाद के बस स्टैंड की तरफ चल दी। जहां से उसके पिता या भाई उसे अपने साथ घर ले जाते थे। इसी वक्त ऑटो में बैठने के बाद दीप्ति ने अपने घर पर फोन किया और बताया कि वह रास्ते मे हैं। इसके तुरंत बाद उसने अपने दोस्त को फोन लगाया और उस समय वो ऑटो ड्राइवर को किसी दूसरी जगह ले जाने की वजह से डांट रही थी। इस बात का खुलासा उसके दोस्त ने किया। इसके बाद से दीप्ति का फोन कट गया था।