एलोवेरा एक ऐसा पौधा है जिसमें कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं। प्रचीन समय में इसे धृतकुमारी या ग्वारपाठा के नाम से जाना जाता था। यह दिखने में तो कांटेदार पत्तियों से भरा पौधा है, लेकिन इसमें कई तरह के रोगों से लड़ने की क्षमता होती है। इसलिए इसे आयुर्वेद में एक गुणकारी औषधि माना गया है। एलोवेरा को साइलेंट हीलर यानी कि एक चमत्कारी औषधि तक कहा जाता है।
आयुर्वेद के अनुसार इसका उपयोग पेट के रोग, अल्सर, जोड़ों के दर्द, पेट के रोग, अम्लपित्त और वायुजनित रोगों में किया जाता है। इसके अलावा इसे पाचन क्रिया और रक्त की शुद्धि के लिए भी उपयोग किया जाता है। इतना ही नहीं एलोवेरा के उपयोग के और भी कई फायदे हैं जो इस प्रकार हैं –
1.चेहरे की सफाई के लिये एलोवेरा एक बेहतरीन स्किन टोनर है। इसका उपयोग चेहरे पर करने से त्वचा से अतिरिक्त तेल निकलता है। जिससे पिम्पल्स दूर होते हैं।
2.चेहरे पर झुर्रियां पड़ने से हम बूढ़े दिखने लगते हैं। हमारी त्वचा भी लटक जाती है। झुर्रियां हमें समय से पहले बूढ़ा बना देती हैं। इससे बचने के लिए रोजाना एलोवेरा जेल से मालिश करें। यह त्वचा को अंदर से मॉइश्चराइज करता है।
3.ऐलोवेरा का रस स्किन को टाइट बनाता है और इसमें मौजूद विटामिन सी से त्वचा हाइड्रेट भी बनी रहती हैं।
4.त्वचा की नमी को बरकरार रखने के लिये गुलाब जल में एलोवेरा का रस मिलाकर लगाने से त्वचा की खोई नमी वापस लौटती है।
5.एलोवेरा में एंटी बैक्टेरियल और एंटी फंगल जैसे गुण होते हैं। शरीर पर चोट लगने या जलने पर इसका जेल लगाने से आराम मिलता है। जलने के तुरन्त बाद इसके जेल को लगा लेने से छाले नहीं पड़ते और साथ ही जलन भी समाप्त हो जाती है।
6.मोटापे और प्रेगनेंसी के कारण हमारे शरीर पर स्ट्रेच मार्क पड़ जाते है। अगर एलोवेरा की मालिश रोज की जाये तो यह काफी हद तक स्ट्रेच मार्क को कम कर देता है।