मां की ममता की छांव में पलकर जब बच्चा बड़ा होता है तो वो उसका सहारा बनता है, पर अपने बच्चे के सहारे की तलाश करने वाले मां बाप की संतान ही उन्हें बेसहारा कर उनके बूढ़े होने की ऐसी कठोर सजा दें तो इसके लिये आप क्या कहेंगे। ऐसा ही कुछ मामला मुंबई में उस समय सामने ये जब एक आलीशान घर से कूढ़े के ढेर से एक बूढ़ी औरत को निकाला गया। यह काफी दर्दनाक वाकया था। बेटे के नाम को कलंकित करने वाला यह मामला मुंबई के मुलुंड इलाके की गाइड बिल्डिंग में देखने को मिला। इस आलीशान फ्लैट में सालों से एक कमरे में कूड़ा जमा किया जा रहा था। जिसमें इस फ्लैट पर मालिकाना हक जमाने वाले चुन्नीलाल अपने भाई और दो बहनों के साथ रहते थे। फ्लैट के कमरे में कूड़ा भरते रहने से स्थानीय लोग काफी परेशान हो चुके थे।
लोग इस फ्लैट के हालात को देखकर से रहस्यों से घिरा फ्लैट भी कहते थे। वहां के लोगों का आरोप है कि फ्लैट में लगातार कूड़े के भरे रहने से वह कई तरह की बीमारी का शिकार हो रहे थे। लोगों के लागातार मना करने के बाद भी जब स्थानीय लोगों का रहना बर्दाश्त से बाहर हो गया तो उन्होंने इसकी शिकायत दर्ज करायी। जिसके बाद स्थानीय विधायक के द्वारा कहे जाने पर उस फ्लैट को साफ कराया गया।
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फ्लैट की सफाई के दौरान कई ट्रक गंदगी बाहर निकाली गई। इसके बावजूद भी वहां का कचरा खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा था। वहीं जब कचरा तेजी से साफ होने लगा तो इन लोगों की करतूतों का पर्दाफाश हो गया। इस कचरे के ढेर में चुन्नीलाल ने अपनी 89 वर्षीय बूढ़ी मां को नग्न अवस्था फेंक रखा था। चुन्नीलाल की मां ना तो सुन सकती है और ना ही देख सकती है।
बताया जाता है कि इस फ्लैट में पिछले सात साल से यह बूढ़ी महिला और उसकी बेटियां रह रही थीं, पर आज तक उस बूढ़ी महिला को वहां के आस-पास लोगों ने नहीं देखा। अब सारी बात सामने आने पर चुन्नीलाल अपनी सफाई में कर रहे हैं कि फ्लैट में कचरा नहीं बल्कि उनके पुराने उपयोगी सामान और कंस्ट्रक्शन का सामान भरा पड़ा था।
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बात चाहे कुछ भी हो पर मां की जीवनभर की ममता की कीमत यदि बच्चों के द्वारा इस प्रकार चुकाई जाए तो समाज के सभी लोगों से यह सवाल पूछा जाना चाहिए कि लड़का पैदा करना क्या अब भी जरूरी है?..