पुराने पीएम की बात करें, वो ऐसे चुपचाप रहने वाले इंसान थे कि उनकी चुप्पी को देख घर बैठे ही लोग चुटकलें बना लेते थे। और आज के पीएम की बात करें, तो वो इतना बोलते है कि अपनी स्पीच से ही लोगों को हंसानें का काम कर जाते है। और इससे कहीं अधिक राहुल गांधी की मिमिक्री भी अच्छी तरह से कर लेते हैं। पीएम की कुर्सी पाने के बाद लगातार काम करते रहने से मोदी जी का दिमाग कभी कभार स्ट्रेस हो जाता है जिसे दूर करने के लिये वो अपने खाली समय में राजू श्रीवास्तव की कॉमेडी वाली क्लिप्स देखते हैं। अरे भई ये बात हम नहीं कह रहे हैं, स्वयं राजू साहब नें अभी हाल ही हुए एक इंटरव्यू में कही है।
बैसे तो हमारे चैनल्स में कॉमेडियन की कमी नही है। फिर चाहे कपिल शर्मा हो, या सुनील ग्रोवर से लेकर काफी बड़ी टीम। इनके कारनामों के चर्चे तो प्लेन में भी लड़ते हुए सुनने को मिल जाते है। ऐसे कारनामों को देख आखिर फिर राजू भाई कैसे शांत रहे। तभी तो वो ऐसी अफवाह को फैलाकर चर्चों में आ रहे है बात कुछ भी हो, लेकिन जो बात बंदे ने अपने मुंह से कही है वो तो मानना ही पड़ेगा ना।
कॉमेडियन राजू ने इतना ही कहकर मुंह बंद नही किया बल्कि मोदी जी के साथ की और भी नजदीकियों के बारे में बताई। मोदी जी के साथ मुलाकातें कई मौकों पर होती रहती है। राजू ने तो यहां तक कहा कि पीएम उनके काम की जमकर तारीफ करते हुये कहते है “आपका काम देखकर वाकई मजा आ जाता है। आपका काम ऐसा है कि सब नैचुरल लगता है। लेकिन काम के चलते मै आपका कार्यक्रम देख नही पाता। लेकिन जब भी कभी समय मिलता है तो सबसे पहले आपके कुछ वीडियोज देखता जरूर हूं”
अब तो मोदी ही नही पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह भी राजू के दिवाने होकर पूछने लगे है कि “आपका अगला लेटेस्ट आइटम क्या है?” फिर राजू उनको अपने ताजे चुटकुले सुना देते है जिससे वो भी मस्ती में झूम उठते है और झूमते हुये कहते है कि मैं इन दोनों के सेंस ऑफ ह्यूमर का कायल हो गया हूं. अब तो वो भी मुझे टिप्स देने लगे हैं। जिनको मैं अपनी स्क्रिप्ट में ऐड करता हूं जिससे नयापन बना रहता है।
इन दिनों बीजेपी में कॉमेडियन्स की बहार है राजू श्रीवास्तव को 2014 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से टिकट मिला था। 11 मार्च 2014 को पार्टी से कहा “लेओ थामो अपना टिकट, तुम्हारे लोग हमारा साथ नहीं दे रहे” और फिर चार दिन बाद बीजेपी में शामिल हो गए।
इनकी तरह से बीजेपी में अभी दो स्टार और बाकी हैं। राजू कनपुरिया के साथ मनोज तिवारी और रवि किशन भोजपुरिया
मनोज 2009 इनके भी समाजवादी पार्टी से मिला और गोरखपुर से लोकसभा चुनाव लड़े। लेकिन कुछ ही समयके बाद दलबदली करके अब बीजेपी से नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से लोकसभा सांसद बनने के बाद अभी वो दिल्ली के बीजेपी अध्यक्ष हैं।इतनी जल्दी इतनी तरक्की किसकी होती है भई?
तीसरे होनहार रवि किशन। ये भाई भी अब तक कॉन्ग्रेस में थे। यूपी चुनाव से वो बीजेपी में आ गए हैं। अब यदि माने तो बीजेपी हो गई है महासागर जहां आकर ये नदियां मिलकर मनोरजन कर रही हैं। जिनके मनोरंजन से बीजेपी पार्टी अध्यक्ष और पीएम दोनों हाहाकार के ठहाके लगाकर हंसते रहते हैं।