केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद देश के अन्य कई राज्यों में भी बीजेपी की सरकार बनी है और इसी क्रम में अब 56 इंच सीने वाले मोदी जी ने अमेरिका में भी बीजेपी सरकार बनाने का ऐलान कर दिया है। जी हां, भारत में केंद्र सरकार बनाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अब अमेरिका में भी “मोदी सरकार” बनाने का फैसला करते हुए अपना दावा पेश किया है और मोदी जी के इस दावे को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हारी हिलेरी क्लिंटन ने पूरा समर्थन देने की बात कही है, लेकिन इस पूरे घटना क्रम से अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति ट्रंप बहुत असहज और हैरान है और पिछले तीन दिनों से लगातार अगड़म-बगड़म ट्वीट किए जा रहें हैं। ट्रंप का कहना है कि उनकी पार्टी के गवर्नर्स और सीनेटर्स को धीरे-धीरे तोड़ा जा रहा है।
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कहा जा रहा है अमेरिका में मोदी सरकार बनाने के लिए बीजेपी काफी मेहनत कर रही है और इसी क्रम में अमित शाह और राम माधव जैसे दिग्गज नेता अमेरिका में पिछले एक हफ्ते से डेरा डाले हुए हैं तथा डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं से चर्चा करने पर लगे हुए हैं। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि रिपब्लिकन पार्टी के कुछ सीनेटर्स भी शाह और माधव के संपर्क में हैं।
हाल ही में बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका की प्रतिनिधिमंडल सभा के स्पीकर पॉल रेयान को एक 238 प्रतिनिधियों की समर्थन वाली लिस्ट सौंपी है, जबकि अमेरिका में बहुमत का आकड़ा 237 है। अब बीजेपी का कहना है कि जल्द ही मोदी जी को अमेरिका के राष्ट्रपति की शपथ दिलाई जाए, दूसरी ओर ट्रंप को अमेरिकन सुप्रीम कोर्ट में बहुत जल्दबाजी में अंदर जाते देखा गया है।
वहां मौजूद वकीलों का कहना है कि ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट ने बहुमत परिक्षण रोकने के लिए अर्जी लगाई है, जिस पर जल्द ही सुनवाई होगी। भारत में आज उस समय सभी लोग हैरान हो गए जब मोदी जी ने अचानक ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया और अमेरिका जाने के लिए तैयार हो गए।
भारत में रक्षा मंत्री का अतिरिक्त पदभार संभाल रहें अरूण जेटली ने अब प्रधानमंत्री का भी पद भार अच्छे से संभाल लिया है और इस बात को देखते हुए “भारतीय वेटलिफ्टिंग संघ” की ओर से सबसे ज्यादा वजन उठाने वाले पहले भारतीय होने का गौरव सम्मान दिए जाने की बात कही गई है।
खैर, उधर मोदी जी के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने की खबर ने वहां के मुस्लिम तथा मेक्सिकन लोगों में एक नई ऊर्जा भर दी है। इन लोगों का कहना है कि अब उनको अमेरिका से कोई बाहर नहीं निकाल सकता है क्योंकि अब मोदी जी भारत की तरह यहां भी “सबका साथ सबका विकास” की नीति पर कार्य करेंगे।
नोट – यह मात्र एक हास्य व्यंग है जिसका उद्देश्य मात्र आपका मनोरंजन करना न कि किसी की भावनाओं को चोट पहुंचना, आपको यह आलेख कैसा लगा इस पर अपनी राय जरूर रखें।