फेसबुक की फोटो पर नहीं आये लाइक तो खराब हुई लड़की की तबीयत, हॉस्पिटल में भर्ती

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आज का जमाना सोशल मीडिया का है। देश में लाखों लोग फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक्टिव रहते हैं। इनमें से ऐसे बहुत से लोग हैं जिनका जीवन उनके द्वारा डाली गई फोटो पर आये लाइक और कमेंट पर ही यापन होता है। यदि इनकी तस्वीर पर लाइक कमेंट न आये तो इनकी शारारिक व मानसिक स्थिति बिगड़ जाती हैं। कल दिल्ली के पटेल नगर में ऐसा ही एक वाक्या देखने को मिला। असल में यहां की रहने वाली प्रिया यादव ने कल “कल्लूराम के कुल्चे” पेट भर कर खाये थे और उसने वहीं पर अपनी कुछ सेल्फी लेकर फेसबुक पर अपलोड कर दी थी।

कुछ समय बाद जब प्रिया ने अपने मोबाइल को देखा तो वो हैरान रह गई। उसकी तस्वीर पर 15 मिनट बाद तक भी कोई लाइक नहीं आया था। वह बेहद परेशान हो गई और मिनट बाद अपनी तस्वीर को देखने लगी। कहां 5 मिनट में उसकी तस्वीर पर सौ दो सौ लाइक आ जाते थे पर अब तक 35 मिनट बीत चुके थे और एक भी लाइक नहीं आया था। धीरे धीरे प्रिया का सिर घूमने लगा और थोड़ी देर बाद वह सड़क पर गिर गई।

फेसबुकImage Source:

प्रिया के परिजनों ने उसको तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। डाक्टरों का कहना है कि उसकी हालत स्थिर बनी हुई है पर जल्दी से जल्दी उसके लिए लाइक का इंतजाम होना चाहिए। डॉक्टर के कहने के बाद प्रिया के घरवालों ने अपने साथ के लोगों से उसकी तस्वीर पर लाइक करने को कहा और खुद भी लाइक किए।

“आखें खोल मेरी बच्ची। देख तेरी तस्वीर पर कितने ज्यादा लाइक आये हैं” – कहते हुए प्रिया की मां ने उसको उठाया।

“मां मेरा जीवन बचाने के लिए ये लाइक आप ही ने कराये हैं न। क्योंकि इनमें से मेरे किसी फ्रेंड का लाइक नहीं है” – कहते हुए प्रिया फिर से बेहोश हो गई।

अब प्रिया के घर वाले उसके दोस्तों को लगातार फोन कर उसकी तस्वीर को लाइक करने की गुहार लगा रहें हैं और उन्होंने अपने फेसबुक पर प्रिया तस्वीर भी डाल कर शेयर कर दी है। जिस पर लिखा है।

“इस लड़की के जीवन को बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लाइक और कमेंट की जरुरत है, आप इस पोस्ट को आगे शेयर करें। भगवान आपका जरूर भला करेगा।”

विशेष नोट- इस तरह के आलेख से हमारा उद्देश्य केवल आपका मनोरंजन करना हैं। इसमें मौजूद नाम, संस्था और राजनीतिक पार्टियों की छवि को धूमिल करना हमारा उद्देश्य नहीं हैं। साथ ही इसमें बताया गया घटनाक्रम मात्र काल्पनिक हैं। अगर इससे कोई आहत होता हैं तो हमें बेहद खेद हैं।

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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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