जानिये दिल्ली के रेड लाइट एरिया से भागी लड़की की दास्तान, पढ़िए असल में यहां होता क्या है..

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रेड लाइट एरिया

 

आज हम आपको बता रहें हैं वैश्यावृति के दलदल से निकल कर आई एक लड़की की वह दास्तान, जिसको जानकर आप अपने समाज की उस मानसिकता को जान सकेंगे, जिसका चेहरा नकाब में रहता है। अपने देश में बहुत से स्थान ऐसे हैं जहां रेड लाइट एरिया बने हुए हैं। इस इलाकों में लोग जाते हैं, पैसा देते हैं और अपनी शारीरिक भूख की परिपूर्ति करते हैं। इन्हीं रेड लाइट एरिया में कई बार कुछ लड़कियों को धोखें से बेच दिया जाता है और फिर शुरू होता है इन बेचीं गई लड़कियों के साथ शारीरिक और मानसिक अत्याचार। यह तब तक किया जाता है जब तक ये लड़कियां मजबूर होकर खुद इस दलदल में उतरने को तैयार नहीं हो जाती। हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रेड लाइट एरिया से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें एक लड़की की निशानदेही पर दिल्ली पुलिस ने कई ऐसे लोगों को पकड़ा है, जो जबरन लड़कियों से वैश्यावृति कराते थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस लड़की की निशानदेही पर पुलिस ने अपराधियों को पकड़ा है, वह भी धोखे से दिल्ली के जीबी रोड स्थित रेड लाइट एरिया में बेचीं गई थी। आइए आपको बताते हैं इस लड़की के वे अनुभव जो इसने मीडिया के सामने शेयर किए हैं।

रेड लाइट एरियाImage Source:

यह मामला सामने आया है दिल्ली के जीबी रोड स्थित रेड लाइट एरिया से। इस एरिया से नेपाल की एक 22 वर्षीय लड़की किसी प्रकार से भाग कर, दिल्ली महिला आयोग (DCW) में पहुंची। यहां इस लड़की ने डीसीडब्ल्यू चीफ स्वाति जयहिंद से अपनी मदद की गुहार लगाईं। इस लड़की की मदद तो की ही गई, साथ ही इस लड़की की निशानदेही पर पुलिस ने कई अपराधियों को पकड़ा। इस 22 वर्षीय लड़की ने अपने साथ हुए धोखें और अत्याचार की कहानी भी मीडिया के सामने रखी। आपको हम बता दें कि इस 22वर्षीय लड़की का नाम पिंकी है। इस लड़की ने बताया कि लगभग 5 माह पहले उसको एक महिला दुबई में काम दिलाने के बहाने नेपाल से ले आई थी। इस महिला ने पिंकी को दिल्ली के जीबी रोड स्थित रेड लाइट एरिया में बेच दिया। उस समय से लेकर अब तक पिंकी से कोठा नंबर 64 पर जबरन जिस्मफरोशी का धंधा कराया जा रहा था। पिंकी ने बताया कि उसके द्वारा मना करने पर एक महिला उसको रोज पीटती थी और उसको कई कई दिन भूखा भी रखा जाता था।

रेड लाइट एरियाImage Source:

22 वर्षीय पिंकी ने कहा की उसके पास में रोज 30-30 लोगों को भेजा जाता था। पुलिस ने पिंकी के बताए अनुसार कई लोगों को गिरफ्तार तो कर लिया है, पर सवाल वहीं बना हुआ है कि आखिर समाज के सभ्य लोगों ने समाज को स्थापित करने में किस चीज की कमी छोड़ दी, जिसकी पूर्ति आज रेड लाइट एरिया कर रहें हैं और आखिर अब तक वह कमी बनी रहेगी। आखिर कब तक पिंकी जैसी लड़कियां इस दलदल में फंसती रहेंगी।

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