कभी-कभी मेडिकल जगत में ऐसे मामले देखने को मिलते हैं जिनको जानकर है व्यक्ति चकित रह जाता है, हाल ही में भी एक ऐसा ही मामला भारत में सामने आया है। यह मामला मेडिकल जगत से जुड़ा है। वर्तमान में किसी भी प्रकार का ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टर मरीज को जहां एनेस्थीसिया देखर बेहोश कर देते हैं वहीं इस मामले में डॉक्टरों ने मरीज को बिना बेहोश किए ही उसके दिमाग की सर्जरी की। आइए आपको विस्तार से बताते हैं इस मामले के बारे में।
Image Source:
यह मामला सामने आया है भारत के बेंगलूरु से। बेंगलूरु के निवासी 32 वर्षीय युवक दिनेश (परिवर्तित नाम) को असल में न्यूरोलॉजिकल डिसआर्डर की बीमारी थी। यह युवक जब कभी भी गिटार बजाता था तब इसके दिमाग में दर्द होने लगता था। अपनी इस परेशानी को डॉक्टरों को इसने दिखाने के बाद एमआआई समेत कई टेस्ट करवाए। इन टेस्टों से पता लगा कि जब कभी भी वह गिटार बजाता है, तब उसके हाथ की तीन उंगलियों की मूवमेंट से उसके दिमाग की कुछ मासपेशियां एक्टिव हो जाती हैं और इसी कारण उसको अपने दिमाग में दर्द महसूस होता है। डॉक्टरों ने इस समस्या का उपाय खोजने के लिए युवक का ऑपेरशन करना तय किया। ऑपेरशन के दौरान युवक गिटार बजाता रहा और डॉक्टर युवक के दिमाग की अतरिक्त नसें ढूंढ कर उनको सही करते रहें। यह ऑपेरशन करीब 7 घंटे तक चला। सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. संजीव सीसी ने इस बारे में बताया कि समस्या उस समय आती थी जब युवक गिटार बजाता था। इसीलिए हम लोगों को दिमाग में सही जगह सर्च करनी जरूरी थी, इस कारण ही हम लोगों ने युवक के दिमाग के कुछ हिस्से को ही अचेत किया ताकि वह गिटार बजा सकें। डॉक्टर ने बताया कि उसकी मांसपेशियों को जलाकर एक इलेक्ट्रॉड सेट कर दी गई है, ताकी भविष्य में इस प्रकार की कोई समस्या न आए। वर्तमान में युवक स्वस्थ है।