26 जनवरी को सीमा पार से राजस्थान के बाड़मेर में आए गुब्बारों की गुत्थी अभी तक सुलझी नहीं थी कि फिर से सरहद पार से हिंदुस्तान के आसमान में आई लव यू लिखे गुब्बारे आने का सिलसिला जारी हो गया है। इन गुब्बारों का गुच्छा बाड़मेर जिले के रामसर थाना क्षेत्र के गडरिया गांव में गिर गया। इन गुब्बारों को देखकर पहली नजर में यह साफ हो रहा है कि यह जश्न के गुब्बारे हैं जो कि पाकिस्तान की ओर से बहती हवाओं के साथ बाड़मेर पहुंच गए हैं।
ऐसे में सवाल अहम इसलिए हो जाता है कि क्या गुब्बारों का ऐसे आना महज एक संयोग है? क्या जश्न के गुब्बारों को किसी साजिश से जोड़ना ठीक है? दरअसल बाड़मेर जिले के रामसर थाना क्षेत्र के गडरिया गांव में जहां यह गुब्बारे गिरे हैं वह भारत पाकिस्तान सीमा से 22 किलोमीटर दूर है। देश की सुरक्षा की दृष्टि से यह इलाका काफी संवेदनशील है। ऐसे में किसी भी तरह की गतिविधि को हल्के में लेना ठीक नहीं है। यही वजह है कि पुलिस इसकी काफी बारीकी से जांच भी कर रही है।
हालांकि पाकिस्तान से आए इन गुब्बारों को लेकर साजिश के सवाल कुछ इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर बाड़मेर में चार गुब्बारे बिना इजाजत सरहद पार से आ गए थे। जिनको सुकोई ने मार गिराया था। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों को इन बैलून से कोई खतरनाक चीज तो नहीं मिली, लेकिन फिर भी इस मामले को हल्के में नहीं लिया जा सकता। वैसे बता दें कि भारत सरकार ने अब इस मामले को सचिव स्तर की बातचीत में उठाने का फैसला किया है। वहीं, ऐसे मामले को लेकर सुरक्षा एजेंसियां भी काफी अलर्ट हैं।