यह तो आप जानते ही हैं कि हमारे देश में योग और आयुर्वेद पर बहुत प्राचीन काल से विश्वास किया जाता रहा है। हमारे पूर्वजों ने इन दो विधाओं के माध्यम से पूरे विश्व की संस्कृति को बहुत ही अनमोल खजाना दिया है। आज हम आपको उसी खजाने के एक हिस्से से एक इस प्रकार के आसन के बारे में बता रहे हैं जो न सिर्फ आपके शरीर को मजबूत बनाएगा, बल्कि आपके पाचन तंत्र और रक्त परिसंचरण को भी अच्छा करेगा। आइये जानते हैं इस आसन के बारे में-
इस आसन का नाम है वज्रासन। वज्र का अर्थ होता है मजबूत। असल में इस आसन को करने से आपका पाचन तंत्र और शरीर मजबूत बनता है इसलिए इसका नाम वज्रासन रखा गया है। यह आसन आपकी जांघों को मजबूत करता है तथा आपके पैरों की मांसपेशियों को भी सुदृढ़ बनाता है। आप इस आसन को भोजन करने के बाद भी कर सकते हैं।
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वज्रासन करने की विधि –
आप भोजन करने के उपरांत एक सपाट जगह पर एक मोटे चादर को बिछाएं और उस पर दोनों पैरों को आगे की ओर करके बैठें। इसके बाद आप अपने बाएं पैर को इस प्रकार से मोड़ें कि पैर के पंजे पीछे और ऊपर की ओर हो जायें। इसके बाद आप अपने दाएं पैर को इसी प्रकार से मोड़ें। अब आप इस स्थिति में बैठ जायें कि आपके नितम्ब दोनों पैरों की एड़ियों के बीच में आ जाएं। दोनों आंखों को बंद रखें और सांस को गहरी व सामान्य बनाये रखें। जब भी आप खुद को आरामदायक स्थिति में पायें तब इस आसन को कर सकते हैं और शुरूआत में इसको 2 से 5 मिनट ही करें।
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सावधानियां –
जोड़ों या एड़ी के दर्द से पीड़ित व्यक्ति इसको न करें। यदि यह आसन करने के बाद में आपको कमर दर्द, चक्कर अथवा कमजोरी लगे तो अपने डॉक़्टर से संपर्क करें।
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वज्रासन के लाभ –
यह आपकी पाचन प्रणाली को मजबूत बनाता है और आपका वजन भी कम करता है। यह आपकी रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और आपके शरीर को सुडौल बनाता है। यह मन को एकाग्र करता है और महिलाओं के पीरियड्स की अनियमितता की समस्या को दूर करता है। यह आपके पैरों की मांसपेशियों के लिए बहुत लाभकारी है और यह अपच या गैस आदि की समस्याओं को भी दूर कर देता है।