ट्रेनों का सफर तो हम सभी करते है पर आपने कभी लटकती हुई ट्रेन का सफर किया है? यदि नहीं, तो जानें इस ट्रेन में सफर करने का निराला अंदाज..। जर्मनी के वुप्पर्टल में चलने वाली यह ट्रेन ऊपर बने ट्रैक पर लटककर (हैंगिंग ट्रेन) चलती है, पहली नजर में देखने में भले ही यह नजारा अंचम्भा करने वाला लगे, पर इस लटककर चलने वाली ट्रेन में रोज करीब 82 हजार लोग सफर करके अपनी मंजिल पर पहुंचते है। हैंगिंग ट्रेन का नाम से जानें जानी वाली यह ट्रेन करीब 13.3 किलोमीटर की दूरी तय करती है। इस दौरान यह 20 स्टेशनों को भी पार करती है। इसे दुनिया की सबसे पुरानी मोनो ट्रेन के नाम से भी जाना जाता है।
Image Source:
ट्रेन की शुरूआत
चारों ओर पहाड़ी इलाका होने के कारण यहां अंडरग्राउंड ट्रेन का चलना मुश्किल भरा काम था इसलिए इस बात को देखते हुए 1901 में इस ट्रेन की शुरूआत की गई थी। इस शहर के बारे में बात करें तो यह पहले ही काफी विकसित शहर हो चुका था।
कितनी सुरक्षित है ये ट्रेन?
बिजली से चलने वाली हैंगिंग ट्रेन काफी सुरक्षित है। यह ट्रेन करीब 39 फीट की ऊंचाई तक का सफर तय कर सकती है। लेकिन सन् 1999 में तकनीकी खराबी आने के चलते यह ट्रेन वुप्पर नदी में गिर गई थी। जिससे 5 लोग की मौत हुई थी और करीब 50 घायल भी हुए थे। इसके बाद से कोई भी बड़ी दुर्घटना नहीं घटी है।