परंपरा पूरी करने हेतु खौलती कढ़ाई पर बैठा शख्स, गवाई जान

-

दुनिया में कई ऐसे स्थान है जहां पर अजीबोगरीब परम्पराएं का पालन किया जाता है, कभी कभी ये परम्पराएं जानलेवा भी सिद्ध होती हैं। हाल ही में एक  ऐसी ही परंपरा ने एक व्यक्ति की जान ले ली। इस व्यक्ति की जान उस समय गई, एक प्रथा को पूरा करने के लिए यह व्यक्ति खौलती कढ़ाही पर 30 मिनट तक लगातार बैठा रहा। आपने घर में कढ़ाई में सब्जी या अन्य पकवान बनते देखा ही होगा। उस समय कढ़ाई गर्म होकर खौलती होती है ऐसे में अगर उस कढ़ाई का कुछ हिस्सा भी अगर हमारे हाथ अन्य किसी स्थान पर लग जाए जो बुरा हाल हो जाता है। मगर इस परंपरा में तो पूरा पूरा व्यक्ति ही कढ़ाई में बैठ गया। आइये अब आपको विस्तार से इस बारे में जानकारी देते हैं।

यह थी पूरी घटना  

यह थी पूरी घटना  Image source:

आपको सबसे पहले बता दें कि यह घटना मलेशिया की है। यहां के “नाइन इंपरर गॉड फ्रेस्टिवल” में 68 वर्ष का “लिम” नामक एक व्यक्ति अपने शरीर पर भाप सहन करने का प्रदर्शन कर रहा था। इस प्रदर्शन के दौरान लिम सबसे पहले खौलते हुए कढ़ाव के ऊपर बैठ गए। इसके बाद लोगों ने लिम के ऊपर से एक डब्बेनुमा ढक्कन रख कर उसको ढक दिया। जिस कढ़ाव के ऊपर एक अन्य व्यक्ति को बैठा दिया गया था। इस कढ़ाव में पहले से ही चावल, मक्के के दाने तथा सब्जियों को काट कर डाला गया था। इन सभी चीजों का प्रसाद बनकर लोगों में बाटा जाना था।

https://youtu.be/O0Xi1DYbedY

Video source:

व्यक्ति की हुई मौत

व्यक्ति की हुई मौतImage source:

कुछ समय तो लिम इस कढ़ाव में काट गए, मगर जह कढ़ाव में भाप बड़ी तो उनको बेचैनी होने लगी। वहीं प्रदर्शन करने वाले व्यक्ति के ऊपर डब्बेनुमा ढक्कन रखा था इसलिए बाहर के लोगों को न उनकी आवाज आई और न ही उनको लिम की सही हालत का पता लग पाया। 30 मिनट बाद जब लिम को देखा गया तो उनकी हालत काफी खराब थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल में ले जाया गया। मगर अस्पताल में डाक्टरों ने व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया। डाक्टरों का कहना है कि व्यक्ति का हार्ट फेल होने तथा भाप से झुलस जानें के कारण उसकी मृत्यु हुई है। आपको बता दें कि इस उत्सव में यह व्यक्ति पिछले 10 वर्ष से भाग लेकर यह प्रदर्शन करता आ रहा था और अब से पहले यह व्यक्ति खौलते कढ़ाव में 75 मिनट तक बैठ चुका था। इस प्रकार एक परंपरा ने एक कलाकार की जान ले ली।

https://youtu.be/qQMIq_k-OZY

Video source:
shrikant vishnoi
shrikant vishnoihttp://wahgazab.com
किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

Share this article

Recent posts

Popular categories

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent comments