आपने बहुत से शहर देखें होंगे, पर क्या आपने कभी समुद्र के बीच पत्तों पर तैरता शहर देखा हैं। यदि नहीं तो आज आपको यहां एक ऐसे ही शहर के बारे में बताने जा रहे हैं। इस शहर को मिस्टीरियस सिटी या हॉंटेड सिटी के नाम से भी जाना जाता हैं। इस शहर के बारे में पहले सिर्फ जानकारी भर थी लेकिन अब इसको आधुनिक विज्ञान की सहायता से खोज लिया गया हैं, मगर इसको देख कर अब आर्कियोलॉजिस्ट भी हैरान हैं।
आपको बता दें कि इस शहर को नान मडोल (Nan Madol) कहा जाता हैं। यह प्रशांत महासागर में स्थित हैं। लोग इस शहर की तुलना अटलांटिस सिटी से कर रहें हैं। अब आर्कियोलॉजिस्ट लोग इस सवाल का जवाब ढूंढ रहें हैं कि आखिर उस समय के लोगों को मानव समाज से दूर इस शहर को समुद्र के बीच बसाने की क्या जरुरत पड़ी।
इस स्थान पर फिजीकली नहीं पंहुचा जा सकता –
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आपको बता दें की मडोल (Nan Madol) का अर्थ “अंतरिक्ष के बीच” होता हैं। इस स्थान पर जाने वाले वैज्ञानिक जॉर्ज कौरोनिस कहते हैं कि “यह स्थान बहुत ही अलग हैं। पोंहपेई तट पर करीब 100 छोटे स्तर के आइलैंड बने हुए हैं और इन सभी की शेप एक जैसी हैं। इसका मतलब क्या हैं इस बात का पता नहीं लग सका हैं। सेटेलाइट से इसकी एक जी इमेज ली गई हैं उनके अनुसार यह स्थान रिमोट एरिए में स्थित हैं और इस स्थान पर शारारिक रूप से जाना संभव भी नहीं हैं।”
मानी जाती हैं हॉंटेड सिटी –
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आर्कियोलॉजिस्ट Dr Karen Bellinger ने इस शहर के बारे में बताया कि सेटेलाइट से जो तस्वीरें मिली हैं। उनके अनुसार इस स्थान का ग्राउंड लेवल आउटस्टैंडिंग हैं। पिछली कई रिपोर्ट बताती हैं कि यह स्थान हॉंटेड हैं और इसलिए बहुत से लोग इस स्थान को घोस्ट सिटी भी मानते हैं।