योगी आदित्यनाथ के आशीर्वाद के लिए कठिन तपस्या कर रहा है यह व्यक्ति

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आपने कई ऐसे लोग देखें होंगे जो अपनी कामनापूर्ति या आशीर्वाद के लिए भगवान की तपस्या करते हैं। सतयुग ततः अन्य युगों में भी ऋषि भगवान को प्रसन्न करने के लिए या उनका आशीर्वाद पाने के लिए कठिन तपस्या करते थे। लेकिन आपको यहां जिस व्यक्ति से हम मिलवा रहें हैं। वह भगवान नहीं बल्कि योगी आदित्यनाथ के आशीर्वाद के लिए कठिन तपस्या में लगा है। आइये अब आपको मिलाते हैं योगी आदित्यनाथ की भक्ति करने वाले इस व्यक्ति से। सीएम आदित्यनाथ का आशीष पाने के लिए तप करने वाले इस व्यक्ति का नाम “नरेंद्र त्यागी” है। नरेंद्र त्यागी उत्तर प्रदेश के बागपत के सांकरौद गांव के निवासी हैं तथा पेशे से एक शिक्षक हैं। नरेंद्र त्यागी आदित्यनाथ के दर्शन करने के लिए खड़े-खड़े तपस्या कर रहें हैं। खड़े हुए तपस्या करने के अलावा इन्होने मौन व्रत भी रखा हुआ है।

योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए तपस्या का सहारा –

योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए तपस्या का सहाराImage source:

नरेंद्र त्यागी के गांव के स्थानीय लोगों की मानें तो त्यागी जी ने सीएम आदित्यनाथ से मिलने के लिए ही इस तपस्या का सहारा लिया है। लोगों का कहना है कुछ दिन पहले नरेंद्र त्यागी योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए लखनऊ गए थे लेकिन वहां उनकी मुलाकात सीएम योगी से नहीं हो सकी। इसके बाद उन्होंने सीएम योगी से मिलने के लिए तपस्या का मार्ग अपनाया हालांकि नरेंद्र त्यागी को उनके परिजनों तथा मित्रों ने ऐसा न करने के लिए बहुत समझाया परंतु नरेंद्र नहीं मानें। नरेंद्र त्यागी का कहना है कि अब सीएम को यहां स्वयं ही आना होगा अन्यथा वे इस स्थान पर तपस्या करते हुए अपने प्राण त्याग देंगे।

 नरेंद्र त्यागी का कहना है कि “सीएम योगी खुद उनको आकर आर्शीवाद दें। बस हम यही चाहते हैं। इतने से ही हमारा जीवन सफल हो जायेगा।” नरेंद्र त्यागी की तपस्या बंद करने के लिए पुलिस प्रशासन के कई लोग आकर समझा गए हैं। लेकिन नरेंद्र अपनी जिद पर अड़े हुए हैं। कुल मिलाकर नरेंद्र त्यागी अपनी तपस्या में तल्लीनता से लगे हुए हैं। सवाल यह उठता है कि समाज का मार्गदर्शन करने वाला शिक्षक ही जब इस प्रकार की अंधभक्ति के कार्य करेगा तो वह समाज का भविष्य बनने वाले बच्चों को क्या सिखाएगा।

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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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