आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं जो न सिर्फ सांपो से खेलता है बल्कि सांपो से खुद को डसवाता भी है परन्तु उस पर सांप के काटने एक कोई असर नहीं होता है, देखा जाए तो आज सांप को देखने भर से लोगों के अंदर में सिहरन दौड़ जाती है और लोग अपनी जान को बचाने के लिए दौड़ पड़ते हैं पर यह व्यक्ति ऐसा है की इस पर किसी प्रकार के भी सांप के काटने का असर नहीं होता है आइये जानते हैं इस व्यक्ति के बारे में।
Image Source:
इस व्यक्ति का नाम है विसकॉनसिन नेटिव और इनकी उम्र है मात्र 37 वर्ष। नेटिव को पिछले 16 सालों में 160 से भी ज्यादा सांप काट चुके हैं परन्तु बे अभी तक स्वस्थ हैं। नेटिव एक शौकिया वैज्ञानिक है और वह चाहते हैं की वे अपने शरीर में इस प्रकार का इम्यून सिस्टम डेवलप कर सकें की सर्प दंश से उनके शरीर को कोई हानि न हो। वे चाहते हैं की इस प्रकार की भी एक वैक्सीन तैयार हो जिससे सर्प दंश के शिकार व्यक्ति पर सांप के जहर का कोई असर न हो सकें। इस प्रकार की ही वैक्सीन को तैयार करने के लिए बे तरह तरह के सांपो से अपने बदन पर डसवाते हैं और फिर उस पर रिसर्च करते हैं। ब्लेक माम्बा और टाइपेन नामक प्रजाति के दो सांपो ने हालही में नेटिव को डसा था परंतु फिर भी नेटिव सर्वाइव कर गए। जानकारी के लिए बता दें की ये दौनो की सांप विश्व के सबसे जहरीले सांप हैं। नेटिव सर्प दंश से अपने ऊपर होने वाले असर के बारे में बताते हुए कहते हैं की “सांप का काटना उन्हें दर्द नहीं देता है पर उनका दंश निशान जरुर छोड़ जाता है। यह सब कुछ इतना आसान भी नहीं है। फ्रेड बताते हैं कि सन् 2011 में उन्हें दो ब्लेक कोबरा सांपों ने एक साथ काटा था। जिसके बाद वो बेहोशी के कगार पर पहुंच गए थे। उन्होंने बताया कि जब पहले कोबरा ने काटा वह एक सामान्य प्रक्रिया थी पर दूसरे कोबरा के काटने पर वह कुछ दिनों के लिए कोमा में जाने की स्थिति में पहुंच गए थे। फ्रेड सांपो के जहर को बेअसर करने के लिए बनने वाले वैक्सीन के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा चुके हैं।”
खैर जो भी है यह तो साबित हो ही जाता है की नेटिव वर्तमान में जो भी खतरा उठा रहें हैं वो मानव जाति की भलाई के लिए ही हैं और यदि इस प्रकार की कोई वैक्सीन बन जाती है जिससे सांप के काटने से व्यक्ति न मर सके तो यह मेडिकल साइंस की दुनिया में एक बड़ा अबिष्कार माना जायेगा।