आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दक्षिणी चीन में एक संगीतकार अपने दिमाग के जटिल ऑपरेशन के दौरान लगातार गिटार बजाता रहा। यह बात सुनने में कितनी भी अजीब लगे, लेकिन यह सच है। दरअसल डॉक्टर देखना चाहते थे कि इस ऑपरेशन के समय उसकी अंगुलियों में किसी तरह की हरकत करने की क्षमता है या नहीं।
चीन की मीडिया के अनुसार ली शियॉन्ग नाम का यह संगीतकार 90 के दशक में एक दिमागी बीमारी का शिकार हो गया था। इस समय शियॉन्ग की उम्र 57 साल है। इस न्यूरोलॉजिकल समस्या के कारण वह संगीत में अपना ध्यान नहीं लगा पाता था। इस बीमारी के बाद से उसे गिटार बजाने में दिक्कत आती थी। वह किसी तरह की धुन भी नहीं बना पाता था।
यह ऑपरेशन साउथ चीन के शेन्ज़ेन में किया गया था। इस ऑपरेशन में शियॉन्ग के ब्रेन में ऐसे इलेक्ट्रोड प्लांट किये गये जो बैटरी से चलते हैं। इन इलेक्ट्रोड की मदद से शियॉन्ग आगे आने वाले 10 सालों तक ठीक से काम कर पाएगा। जिसके बाद उसे गिटार बजाने और धुन बनाने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
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इस ऑपरेशन के बारे में हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजिस्ट ने बताया कि ऑपरेशन के समय शियॉन्ग को होश में रखना जरूरी था क्योंकि इससे यह पता चल पा रहा था कि मरीज के दिमाग के किन हिस्सों में इलेक्ट्रोड प्लांट करना है, जो उसकी अंगुलियों की मसल्स को कंट्रोल कर सके। ऑपरेशन के समय शियॉन्ग के गिटार बजाने से इस बात की जांच हो पा रही थी कि उसके ब्रेन में सही तरह से इलेक्ट्रोड इम्प्लांट हो रहे हैं या नहीं।
गिटार पर अंगुलियां चलाने से जब उसके ब्रेन के इलेक्ट्रोड हरकत करते थे तो उन्हें इलेक्ट्रोड इम्प्लांट की कामयाबी के तौर पर समझा जाता था।