आपने रामायण में सीता के जन्म की कहानी तो पढ़ी ही होगी, यह भी बिलकुल वैसी ही घटना है हालांकि आज के लोग इस घटना को बहुत ही आश्चर्य के साथ देख रहें हैं। जमीन के अंदर दफन कोई बच्चा कैसे जिन्दा रह सकता है और बच्चा आखिर कैसे जमीन से पैदा हो सकता है। इस प्रकार के हजारो सवाल आज मध्य प्रदेश के धार जिले के लोगों के मन में चल रहें हैं। आइए हम आपको बताते हैं आपको आखिर इस पूरे प्रकरण के बारे में।
Image Source:
कैसे जन्मा यह बच्चा –
मध्य प्रदेश के धार जिले में पप्पू वसुनिया नामक एक किसान रहता है, उसके परिवार में उसकी पत्नी शरमाबाई सहित दो लड़कियां है। हाल ही में एक दिन पप्पू अपने खेत में जुताई कर रहा था, जुताई करते समय ही उसके हल को धक्का लगा और किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। पप्पू उस आवाज को सुन कर घबरा गया और उसने पास के खेत में काम कर रहें पारसिंह नामक साथी को आवाज दी। दोनों ने मिलकर उस स्थान की मिट्टी को हटाया तो उनको वहां एक नवजात बच्चा मिला। इसके बाद दोनों लोग उस बच्चे को लेकर तुरंत घर पर गए और उसको दूध पिलाया, बच्चे को नहलाया तथा पुलिस को भी इस घटना की जानकारी दी।
एम्बुलेंस से उस बच्चे को जल्दी ही अस्पताल ले जाया गया और डॉक्टर ने बच्चे का चेकअप करने के बाद में बच्चे को स्वस्थ बताया। किसान पप्पू की पत्नी कह रही है की बच्चा हमें मिला है इसलिए हम लोग इसको पालेंगे पर डाक्टरों ने कानूनी प्रक्रिया पूरी करने की बात कही है। फिलहाल बच्चे को एसएनसीयू में रखा जाएगा और बच्चे के सही होते ही अस्पताल प्रशासन महिला सशक्तिकरण विभाग को सूचित करेगा। लोगों का कहना है कि किसी ने बच्चे के जन्म लेने के बाद में उसको पप्पू के खेत में जिन्दा ही गाड़ दिया था पर बच्चे की किस्मत में जीवन था इसलिए वह बच गया।