आईएसआईएस आज आतंक का पर्याय बन चुका है। आईएसआईएस की खास बात यह है कि यह आतंकी संगठन सिर्फ हथियारों के बल पर ही युद्ध नहीं कर रहा है बल्कि टेक्नोलॉजी का भी पूरा-पूरा उपयोग कर रहा है। यही कारण है कि आईएसआईएस के विरुद्ध अपना मोर्चा खोलने वाले देशों के सामने यह संगठन काफी समय से टिका हुआ है। हम आपको बता दें कि हाल ही में आईएसआईएस ने एक ऐप जारी किया है जिसका नाम “अल राबी” है। अल राबी ऐप की बात करें तो आईएसआईएस ने इसमें सुरक्षा के लिहाज से काफी उच्च तकनीक का प्रयोग किया है।
Image Source:
सूत्रों की मानें तो आईएसआईएस ने “अल राबी” को व्हाट्स ऐप से भी ज्यादा स्ट्रांग और सुरक्षित बनाया है। टेकचर्च नाम की एक तकनीकी संस्था की मानें तो ” इसके पीछे किसी न किसी बड़ी फर्म का हाथ है क्योंकि इतनी बड़ी ऐप यूं ही नहीं बनती है। ऐसे काम में तकनीक के साथ-साथ पैसे की भी बहुत आवश्यकता पड़ती है”।
बैन नहीं की गई यह ऐप-
इस ऐप का किसी प्रकार से कोई सामाजिक सरोकार तो नहीं है लेकिन आईएसआईएस से जुड़े लोग इस पर अपना प्रचार प्रसार सीधे तौर पर कर रहे हैं। सबसे अजीब बात यह है कि अभी तक यह बैन नहीं किया गया है। सूत्रों की मानें तो यह एक न्यूज़ पोर्टल की तरह भी काम करता है यानी आईएसआईएस आतंकी अपनी हर गतिविधि को इस पर अपडेट करते रहते हैं।