भारत एक संस्कृति सम्पन्न देश हैं। यहां पर हर धर्म के लोगों को अपने-अपने धर्मो को मनाने की आजादी है। देश के पौराणिक काल से संस्कृति और धर्म की ऐसी नींव रखी है, जिसमें सभी अपने अपने धर्मों को पोषित कर सकते हैं। पूरे विश्व में भारत को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। देश में हिंदू धर्म के इतने प्रचलित और चमत्कारी मंदिर मौजूद हैं जहां पर पहुंचने मात्र से ही लोगों को शक्ति का अहसास होने लगता है। आज हम आपको त्रेता युग के समय से कलयुग तक धरती पर विराजने वाले एक मात्र देव रामभक्त हनुमान के मंदिरों के बारे में बताने जा रहें हैं। मान्यता यह भी है कि जो भी व्यक्ति अपनी पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ हनुमान जी की स्तुति करता है उसे वह अपने दर्शन देते है, कई भक्तों ने उनके दर्शन भी किए हैं। चलिए जानते है शिव के रूद्र अवतार हनुमान के चमत्कारी मंदिरों के बारे में….
1 हनुमान धारा
उत्तर प्रदेश में स्थित सीतापुर के निकट चित्रकूट की पहाड़ियों में यह मंदिर बना हुआ है। चित्रकूट की पर्वतश्रंखला के बीचों बीच यह मंदिर स्थित है। यहां पर पहाड़ के सहारे लगी इस प्राचीन मूर्ति के ऊपर दो जल कुंडों का प्राकृतिक रूप से निर्माण हुआ है। मंदिर की शक्ति के कारण यह कुंड हमेशा से ही भरे रहते हैं और इनसे निरंतर जल की धारा बहती रहती है। इन कुंडों से बहने वाला जल हनुमान जी की मुर्ति को स्पर्श करता हुआ नीचे की ओर बहता है, जिसके चलते इस मंदिर का नाम हनुमान धारा रखा गया है।
Image Source:
2 हनुमान मंदिर
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में यह प्राचीन मंदिर स्थित है। इस प्राचीन मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति लेटी हुई मुद्रा में है। कहा जाता है कि यहां पर हनुमान जी निद्रा में लीन हो गए थे। यह मंदिर इलाहाबाद के किले से मिला हुआ है। इस मंदिर में हुनमान जी की प्रतिमा 20 फुट लंबी है। इस जगह पर लाखों श्रदालु हर वर्ष हनुमान जी के दर्शनों के लिए आते हैं।
Image Source:
3 मेंहदीपुर के बालाजी
यह मंदिर राजस्थान में स्थित है। राजस्थान के दौसा जिले की दो पहाड़ियों के मध्य मेहंदीपुर नामक जगह पर यह प्राचीन मंदिर बनाया गया है। इसे मेंहदीपुर के बालाजी के नाम से पूरे विश्व में जाना जाता है। जिस किसी भी व्यक्ति पर प्रेत बाधा होती है उसे यहां पर लाया जाता है और बालाजी के आशीर्वाद से उसे ठीक किया जाता है। मंदिर में प्रवेश करने मात्र से ही प्रेत बाधा से ग्रस्त व्यक्ति ठीक हो जाता है। यहां पर पूरे देश से लोग प्रेत बाधा को ठीक करवाने के लिए आते हैं। इतना ही नहीं जटिल प्रेतबाधाओं का भी मात्र एक बालाजी ही निवारण है। मंदिर की महत्ता के कारण यहां पर पूरे वर्ष देश भर से कई लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं।
Image Source:
4 उल्टे हनुमानजी का मंदिर
इंदौर में उल्टे हनुमान जी का बेहद ही प्राचीन मंदिर स्थित है। यह मंदिर पाताल विजय हनुमान के नाम से भी विख्यात है। यह विश्व का मात्र ऐसा मंदिर है जहां पर रामभक्त हनुमान की प्रतिमा उल्टी मुद्रा में है। इससे जुड़ी कथा में बताया है कि जब राम-लक्ष्मण को अहिरावण पाताल ले गया था, तब भगवान राम और लक्ष्मण को खोजते हुए हनुमान पाताल नगरी चले गए, इस कारण ही वह उल्टे हो गए थे। माना जाता है कि इस मंदिर में आने वाले लोगों पर किसी भी प्रकार का कोई संकट नहीं आता है।