भजन कीर्तन आदि वैसे तो पूजा पाठ से जुड़े हैं पर हाल ही में इस पर हुई एक रिसर्च से कुछ नए तथ्य सामने आये हैं। इन तथ्यों को जान कर लोग हैरान हो रहें हैं। देखा जाए तो भजन कीर्तन को आध्यात्मकता से जोड़ा जाता हैं। मंदिर आदि स्थानों पर आपने भजन कीर्तन आदि होते हुए अक्सर देखा होगा। इससे सम्बंधित खोज में यह पाया गया हैं की भजन कीर्तन से लोगों के डिप्रेशन जैसे मानसिक रोग खत्म होते हैं।
Image Source:
आपको बता दें कि यह रिसर्च दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में की गई हैं। यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर स्टडी संस्कृत में इस बात की पुष्टि हुई हैं कि भजन कीर्तन आदि करने से लोगों को डिप्रेशन जैसे रोगों से निजात मिलती हैं। इस खोज में यह भी पाया गया कि मानसिक रोगी को किसी भी प्रकार की दवाइयों से ज्यादा लाभ भजन कीर्तन करने से मिलता हैं।
सेंटर निदेशक सुधीर कुमार ने इस बारे में बताया कि “जिन बच्चों को शुरू से ही अच्छे संस्कार दिए जाते हैं वे अपने आगे के जीवन में मानसिक समस्या से ग्रस्त नहीं होते हैं। योग भी इसी का एक उपाय हैं और बहुत कारगर भी हैं।” इस रिसर्च में यह पाया गया कि एकल परिवार तथा एक ही बच्चा करने वाली स्थिति भी तनाव का कारण बन रही हैं। इस प्रकार की स्थिति में तनाव को ख़त्म करने के लिए जिन दवाइयों का प्रयोग किया जाता हैं वे सिर्फ शरीर तक ही अपना प्रभाव रखती हैं, मानसिक स्तर तक नहीं। इस प्रकार से रिसर्च में भजन कीर्तन को डिप्रेशन जैसे रोगों की सबसे अच्छी औषधि माना गया हैं।