जैसा कि आप जानते ही हैं कि बीते कुछ दशकों में इंसान ने तरक्की की उन उंचाईयों को छू लिया है कि अब उसकी पहुंच से कुछ भी दूर नही रहा। खुद की सुविधाओं को और भी बेहतर बनाते हुए इंसान कई चीजों का निर्माण किया जिनमे से सबसे आधुनिक चीज रोबोट है। आज इंसानी जरुरतों के बहुत से काम रोबोट तकनीक के माध्यम से किए जाते है। अपनी इस तकनीक को और भी बेहतर बनाते हुए एक ऐसे विकसित रोबोट का आविष्कार किया गया है जो लोगों की सर्जरी तक कर सकता है। हाल ही में भारतीय मूल के एक सर्जन ने एक महिला की गर्दन में मौजूद अजीब तरह के ट्यूमर की सर्जरी की है जिसमे एक रोबोट असिस्टेंट ने उनकी मदद की। इस कैंसर का नाम कॉर्डोमा है। यह बहुत ही दुर्लभ ट्यूमर जो बहुत ही कम लोगों को होता है।
दुर्घटना के चलते पता लगी बीमारी –
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इस बीमारी का शिकार बनी महिला का नाम नोआ पर्निकॉफ हैं जो महज 27 वर्ष की है। साल 2016 में एक सड़क दुर्घटना में उन्हें चोट आई। जिसके बाद से उनकी गर्दन का दर्द नही जा रहा था। इस दर्द की परेशानी के चलते जब उन्होंने डाक्टर को दिखाया तो उन्होंने उसकी बॉयोप्सी करवाई। जिसमे पता चला की नोआ का दर्द उसका कॉर्डोमा कैंसर है। मगर इस दौरान अच्छी बात यह थी कि इस बीमारी को शुरुआत में पकड़ लिया गया।
सर्जरी के दूसरे चरण में रोबोट बना सहायक –
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यह सर्जरी काफी जटिल थी क्योंकि यह ट्यूमर इंसानी खोपड़ी और रीढ़ की हड्डी के बीच में पैदा होता है इसलिए इसे निकालने में काफी सावधानी बरतनी पड़ती है। नोआ का आप्रेशन ती चरणों में किया गया। दूसरी सर्जरी के दौरान डाक्टर द्वारा रोबोट की मदद ली गई। इस सर्जरी को भारतीय मूल के डाक्टर नील मल्होत्रा द्वारा की गई। यह सर्जरी अमेरिका के पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के अस्पताल में की गई। सर्जरी के दौरान रोबोट असिस्टेंट की भूमिका निभा रहा था। इस प्रकार एक रोबोट ने दुनिया की पहली सर्जरी की, हालांकि सर्जरी में उसकी भूमिका महज सहायक की थी लेकिन फिर भी यह एक बड़ी उपलब्धि है। इससे कयास लगाए जा सकते हैं कि भविष्य में रोबोट सहायक की नही बल्कि मुख्य भूमिका अदा करेंगे।
