आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसी जगह के बारे में जहां पर लोग लगाते हैं धधकते ज्वालामुखी में छलांग। सबसे रोचक बात यह है कि ये लोग ऐसा अपनी किस्मत को और भी अच्छा करने के लिए करते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि यह सब इंडोनेशिया के ईस्ट जावा प्रान्त में होता है। असल में यहां की हिन्दू टेंगेरेस कम्यूनिटी की मान्यता यह है कि ऐसा करने से आपकी किस्मत और भी अच्छी हो जाती है। इसलिए इंडोनेशिया के ईस्ट जावा क्षेत्र में ये लोग हर साल “यादन्या कासदा फेस्टिवल” सेलिब्रेट करते हैं और इस दौरान ही यह खतरनाक कार्य किया जाता है।
क्या होता है इस फेस्टिवल में –
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इस उत्सव के 14वें दिन सभी लोग ब्रोमो नामक एक एक्टिव ज्वालामुखी पर चढ़ते हैं, जो कि करीब 7,641 फीट ऊंचा है। इस ज्वालामुखी के मुहाने पर पहुंचने के बाद में ये लोग वहां पर अपनी फसलों और अन्य साथ लाई गयी वस्तुओं से पूजा आदि का कार्य करते हैं। इतना करने के बाद ये लोग ज्वालामुखी के सुलगते हुए गड्ढे के पास पहुंचते हैं और उसमें चावल, सब्जी, पैसे आदि वस्तुएं चढ़ाते हैं। इन लोगों की मान्यता यह है कि ऐसा करने से किस्मत अच्छी होती है। ज्वालामुखी के गड्ढे में फेंके गए इन सामानों को वापस लाना अच्छा माना जाता है। इसलिए कई लोग उस धधकते गड्ढे में अपनी जान की परवाह किये बगैर कूद जाते हैं और अपने सामानों को वापस ले आते हैं। इस प्रकार से यह परंपरा पूरी होती है। यह फेस्टिवल यहां इंडोनेशिया में करीब 15वीं शताब्दी से चल रहा है। यह पर्व 14 दिन का होता है और यह परंपरा भी 14 दिन तक लोगों द्वारा निभाई जाती है।