भारत से पाकिस्तान की हार के बाद हर बार पाक से टीवी तोड़े जाने खबरें आती रहीं हैं, पर इस बार पाक के लोगों ने ऐसा न करके धोखा दे दिया है, असल में इस बात को हम नहीं, बल्कि क्रिकेट जगत के एक्सपर्ट कह रहें हैं। इन लोगों का कहना है कि भारत को पाक की जनता ने धोखा दिया है क्योंकि भारत से मैच हारने के बाद पाक के लोगों द्वारा टीवी को फोड़ने की आती प्राचीन परंपरा रही है, पर इस बार किसी ने ऐसा नहीं किया, इससे भारत-पाक के बीच चली आ रही इस परंपरा पर गहरी चोट लगी है। एक्सपर्ट का कहना है कि यह सरासर धोखा है और पाक को इस परंपरा को निभाना ही चाहिए, क्योंकि पाक में ऐसा माना जाता है कि इस परंपरा को निभाने के बाद आगे के मैचों में पाक टीम की जीत के चांस बढ़ जाते हैं।
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वहीं दूसरी ओर पाक के पूर्व क्रिकेटर और वर्तमान में पाकिस्तानी केजरीवाल के नाम से जाने जानें वाले इमरान खान ने पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को इस पुरातन परंपरा को निभाने के लिए एक आयोग बनाने की मांग की है। उन्होंने आगे कहा कि यदि नवाज ऐसा नहीं करते तो मैं पहले की तरह सड़क पर धरना देने के लिए बैठ जाऊंगा।
भारत के कुछ लोगों कहना यह है कि कारगिल युद्ध के बाद पाक की ओर से दिया गया यह पहला धोखा है। दूसरी ओर पाकिस्तानी आवाम इस बार टीवी न फोड़ने के कई कारण गिना रही है। पाक के पंजाब प्रांत में रहने वाले मंजूर आलम का कहना है कि “इस बार टीवी फोड़ने के चक्कर में तो हमारा अपना घर तक बिक गया जी, इस बार 6 हजार का टीवी चोर बाजार से लाया था अब इसको फोड़ कर अपना नुक्सान नहीं करूंगा।
आने दीजिये जरा पाकिस्तानी टीम को इस बार उसके कप्तान का ही सिर फोडूंगा, इंशा अल्लाह।”, वहीं पास में खड़े बुजुर्ग आफताब खां ने कहा “इन लोगों के लिए हम अपना टीवी क्यों फोड़ें जी, अरे एक कैच तक तो ये पकड़ नहीं सकते चले हैं क्रिकेट खेलने के लिए। सही बूझों तो ये लोग गली क्रिकेट के लायक भी नहीं हैं।”
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इस प्रकार से देखा जाए तो अब पाक नागरिकों में एक जागरूकता दिखाई पड़ रही है जिसके कारण ये टीवी नहीं फोड़ रहें हैं। नवाज शरीफ भी इस पुरातन टीवी फोड़ परंपरा के इस बार न होने पर चिंतित हैं और इसके लिए उन्होंने उच्च स्तरीय बैठक की है। भारत के लोग इस घटना से काफी हताश हुए हैं और लोगों को पिछले सालों की तस्वीरों से ही काम चलाना पड़ा, जिसमें पाक टीवी फोड़ परंपरा को दर्शाया गया था।
भारत सरकार की ओर से भी पाक में इस परंपरा को न निभाने पर इसको कायराना और शर्मनाक घटना बताया गया है। खैर, कम से कम पाकिस्तानी लोग सस्ते वाले चाइनीज टीवी फोड़ ही देते तो भारत के लोगों को आनंद आ जाता, साथ ही यह परंपरा भी पूरी हो जाती। चलिए, कोई बात नहीं इससे हमारे खिलाड़ियों की प्रतिभा पर कोई आंच नहीं आने वाली।