तुलसी और रुद्राक्ष – इनको धारण करने से मिलते है कई चमत्कारी लाभ

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कई चीजें हालांकि बहुत छोटी होती हैं, पर इनको आप अपने पास रखते हैं या धारण करते हैं, तो इनसे आपको बहुत ज्यादा फायदे होते हैं। ऐसी ही दो चीजें है तुलसी और रुद्राक्ष। आपको हम यह भी बता दें कि तुलसी और रुद्राक्ष को दिव्य औषधियों में भी गिना जाता है और इनसे शारीरिक और मानसिक रोगों में फायदा मिलता है, इसलिए आज हम आपको बता रहें हैं इन दोनों ही चीजों की मालाओं को गले में धारण करने के बारे में।

1- रुद्राक्ष –

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रुद्राक्ष को हिंदू धर्म में काफी प्रमुख माना जाता है और इसको भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है। इसको वैसे तो कोई भी धारण कर सकता है, पर इसको धारण करने के अपने नियम होते हैं और उसी हिसाब से इसको धारण किया जाता है। माना जाता है कि रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्यक्ति को सुख समृद्धि मिलती है। शिव-पुराण में कहा गया है कि रुद्राक्ष की माला के समान फल देने वाली अन्य कोई माला नहीं होती है। रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्यक्ति को मानसिक तनाव से भी मुक्ति मिलती है। आपको हम यह भी बता दें कि रुद्राक्ष अलग-अलग प्रकार के होते हैं और उनके अलग-अलग फल मिलते हैं ऐसे में आप किसी भी रुद्राक्ष विशेषज्ञ के पास जाकर, उससे पूरी जानकारी लेने के बाद ही रुद्राक्ष को धारण करें तथा इससे अपने जीवन को खुशहाल बनाएं।

2- तुलसी –

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तुलसी पूजन को हिंदू धर्म में धार्मिक कार्य की मान्यता मिली है, इसलिए हर हिंदू अपने घर में तुलसी की स्थापना जरूर करता है, पर यदि आप इसकी माला को धारण करते हैं, तो भी आपको बहुत ज्यादा पुण्य मिलता है। आपको हम बता दें कि शालग्राम पुराण के अनुसार तुलसी की माला को पहन कर नहाने से गंगा स्नान का पुण्य मिलता है। साथ ही यदि आप तुलसी की माला को अपने गले में धारण किए रहते हैं तो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर होती है। तुलसी की माला को पहन कर यदि कोई यज्ञ करता है, तो उसको अनेक यज्ञों का फल मिलता है।
इस प्रकार से रुद्राक्ष और तुलसी की ये मालाएं न सिर्फ आपके शारीरिक रोगों को खत्म करती हैं, बल्कि आपको इससे पुण्य की प्राप्ति भी होती है, तो आप भी इनको धारण कर अपने जीवन को सुख-समृध्दि से पूर्ण बनाएं।

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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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