शाहजहां की ही तरह इस व्यक्ति ने अपनी पत्नी के प्रेम में बनवा दिया उसका मंदिर

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कहा जाता है कि रानी मुमताज से अपने प्रेम के चलते मुगल शासक शाहजहां ने उसके लिए ताजमहल बनवाया था। मगर हाल ही में इसी के चलते एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के लिए मंदिर बनवाया है। यही कारण है कि यह खबर वर्तमान में सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। आपने आज तक ऐसे प्रेमियों की खूब कहानियां केवल पढ़ी व सुनी ही होंगी, जिन्होंने अपने प्रेम के लिए कुएं से लेकर पहाड़ तक खोद डालें, लेकिन कभी आपने सुना है कि किसी ने अपने प्रेम की खातिर अपनी प्रेमिका का मंदिर निर्मित करा दिया। आप शायद इस बात को नकार देंगे, लेकिन कर्नाटक के लोग ऐसा नहीं करेंगे, क्योंकि उन्होंने इस मंदिर को बाकायदा देखा है। आपको बता दें कि कर्नाटक निवासी एक किसान ने अपनी पत्नी के प्रेम में उसका मंदिर निर्मित करा डाला है। इस मंदिर में उसकी पत्नी की ही प्रतिमा स्थापित है।

कर्नाटक में है यह मंदिर

कर्नाटक में है यह मंदिरImage source:

आपको बता दें कि कर्नाटक का यह किसान वहां के येंलदूर जिले के अंतर्गत आने वाले कृष्णपुर गांव का निवासी है। इस किसान का नाम “राजूस्वामी उर्फ राजू” है। इसने अपनी पत्नी का एक मंदिर निर्मित कराया है। माना जाता है कि यह मंदिर उसके तथा उसकी पत्नी के प्रेम की निशानी है। इस मंदिर के गर्भगृह में राजू की पत्नी की ही प्रतिमा लगी हुई है। आपको जानकर हैरानी होगी कि राजू पिछले 12 वर्ष से यहां अपनी पत्नी के पूजन के लिए प्रतिदिन आता है। इसी कारण स्थानीय लोग राजू के प्रेम की मिसाल देने लगे हैं।

पत्नी में थी विशेष शक्तियां

पत्नी में थी विशेष शक्तियांImage source:

राजू स्वामी नामक यह किसान अपनी पत्नी के बारे में बताते हुए कहता है कि “उसने अपनी बहन की बेटी से विवाह किया था। इस विवाह के लिए घर वाले तो तैयार नहीं थे लेकिन बहन तथा बहनोई को कोई समस्या नहीं थी। विवाह के बाद उसका तथा उसकी पत्नी का प्रेम एक दूसरे के प्रति बहुत गहरा रहा। राजू स्वामी का कहना है कि उसकी पत्नी पूजा पाठ में खूब ध्यान देती थी। उसमें कुछ विशेष शक्तियां भी थी। उसकी कही बात हमेशा पूरी होती थी। राजू का कहना था कि उसकी पत्नी गांव में एक मंदिर को निर्मित करने की बात कहती थी। 2006 में मंदिर का निर्माण शुरू हो गया था और उसकी पत्नी ने एक दिन पहले ही अपनी मौत की भविष्यवाणी कर दी। मंदिर पूरा होने से पहले ही उसकी पत्नी की मौत हो गई। इसके बाद उस मंदिर में लोगों ने देवी देवताओं के स्थान पर उसकी पत्नी की प्रतिमा ही स्थापित कर दी।” अब लोग इस मंदिर को “प्रेम का मंदिर” कहते है।

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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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