दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकी संगठन इंसानियत की सेवा करने वालों को भी नहीं बख्श रहा है, आईएसआईएस ने 4 मार्च को भारतीय मूल के पादरी टॉम उजहूनालिल को यमन के एक वृद्धआश्रम से अगवा किया था।लोगों को आशंका है कि कहीं गुड फ्राइडे के मौके पर खूखांर संगठन उन्हें सूली पर ना लटका दे।
जिस दिन आतंकियों ने उन्हें अगवा किया, उस दिन आतंकियों ने वृद्धआश्रम पर गोलीबारी कर 16 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। मरने वालों में 4 नन भी शामिल थीं। इस वारदात के प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो गोलीबारी के बाद आतंकी फादर टॉम उजहूनालिल को बंधक बना कर ले जाते देखा था। हालांकि किसी भी संगठन ने अभी तक पादरी टॉम उजहूनालिल के अपहरण और वृद्धआश्रम में कत्लेआम की ज़िम्मेदारी नहीं ली है। वैसे जानकार ये भी मानते हैं जिस इलाके में ये वारदात हुई है वो इलाका अलकायदा का गढ़ है, लेकिन आशंका ये जताई जा रही है कि इस वारदात को अंज़ाम देने वाले आतंकी आईएसआईएस से जुड़े हो सकते हैं।
आपको बता दें कि फादर टॉम उजहूनालिल बेंगलुरू के सेलेसियन सिस्टर्स ऑफ डॉन बोस्को से जुड़े रहे हैं। लेकिन उनसे जुड़े संगठन का कहना है कि उन्हें फादर टॉम उजहूनालिल के बारे में कोई जानकारी नहीं है। वो केवल फादर टॉम के लिए प्रार्थना ही कर सकते हैं।