आज हम आपको बताने जा रहें हैं पितृदोष और उसके परिणामों के बारे में। श्राद्ध के माह में अधिकतर लोग अपने पूर्वजों यानि पितरों का तर्पण करते हैं। हिंदू संस्कृति में साल भर में यह कार्य श्राद्ध माह में ही किया जाता है। आज हम आपको पितृदोष के कारण जीवन में आने वाली परेशानियों के संकेतों तथा उसके परिणामों के बारे में बताने जा रहें हैं ताकि आप इन संकेतों को जान कर उन्हें समझ सकें कि क्या आपके जीवन में आने वाली कठिनाइयों की वजह पितृदोष तो नहीं।
आइये अब आपको बताते हैं इसके संकेतों के बारे में।
1 – संतान न होना –
आपको बता दें कि जिन लोगों की कुंडली में पितृदोष होता है उनके घर संतान पैदा होने में काफी समस्याएं आती है। कई बार तो संतान होती ही नहीं है। यह एक पितृदोष का ही लक्षण है।
2 – पैसे की कमी रहना –
पितृदोष के कारण पीड़ित व्यक्ति के जीवन में हमेशा पैसे की कमी बनी रहती है। यदि पैसा होता भी है तो वह समय पर उसका उपयोग नहीं कर पाता है अर्थात उसका जीवन निर्धनता में ही काटता है।
3 – पारिवारिक क्लेश होना –
पितृदोष के कारण ही घर में पारिवारिक क्लेश रहता है। घर परिवार के सदस्यों में हमेशा लड़ाई झगड़ा होता रहता है। यह भी पितृदोष का ही लक्षण होता है।
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पितृदोष से मुक्ति का उपाय –
यदि आप उक्त बताई गई किसी परेशानी को झेल रहे है तो यकीनन आपके जीवन में पितृदोष की समस्या बनी हुई है। इसके निदान हेतु आप अपने घर की दक्षिण दिशा की दीवार पर अपने पूर्वजों की तस्वीर लगा कर उन पर माला चढ़ाएं तथा उनकी प्रतिदिन स्तुति कर उनसे आशीर्वाद लें। इससे आपका पितृदोष समाप्त हो जाता है। इसके अलावा जल, पुष्प, अक्षत, दूध, गंगाजल, काले तिल को लेकर पीपल के वृक्ष पर दोपहर को चढ़ाएं तथा अपने पूर्वजों का समरण कर उनसे आशीर्वाद मांगे। इस उपाय से भी आपका पितृदोष समाप्त हो जाता है।