अगर कोई आपसे पूछे कि दिल कहां होता है तो ये सवाल आपको दिल्लगी लगेगी क्यों कि सबको पता है कि इंसान का दिल सीने में धड़ता है। लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि अहमदाबाद में एक ऐसा युवक भी है जिसका दिल सीने की बजाय कहीं और ही धड़कता है। इस युवक के दिल को देख कर मेडिकल साइंस के सिद्धांत भी धरे के धरे रह गए हैं।
अहमदाबाद से 40 किमी की दूरी पर है छापरा गांव जहां रहने वाले 18 साल के अर्पित का दिल जन्म से ही शरीर के बाहर है। उसके दिल को धड़कते हुए कोई भी देख सकता है। अर्पित के दिल को जिस डॉक्टर ने भी देखा वो हैरान रह गया। सबका यही मानना है कि देश में यह अपनी तरह का पहला मामला है। साधारण तौर पर ऐसे लोगों का बचना मुश्किल होता है। लेकिन अर्पित का मामला कुछ हट कर है, वो साधारण जिंदगी जी रहा है। इससे अर्पित को कोई परेशानी भी नहीं है। वह किसी काम में सामान्य युवकों से कम नहीं है। ट्रैक्टर चलाने से लेकर पेड़ पर चढ़ने तक हर काम कर लेता है।
गुजरात के नाडियाद में स्थित हार्ट हॉस्पिटल में अर्पित का मेडिकल चेकअप करवाया गया। हॉस्पिटल के डायरेक्टर और एक्सपर्ट ने पूरी स्टडी करने के बाद बेंगलुरु की हार्ट इंस्टीट्यूट की लाइब्रेरी से संपर्क किया। जिसके रिकॉर्ड्स चेक करने के बाद दावा किया कि है, कि अर्पित भारत का अकेला ऐसा शख्स है, जिसका दिल सीने के बाहर धड़क रहा है।
जानकारों का मानना है कि इंसान के शरीर में स्थिति ‘पेंटेलॉजी केंट्रेल’ सिंड्रोम के चलते ऐसा होता है। इस सिंड्रोम का सीधा संबंध हार्ट और चेस्ट से होता है। यह समस्या जन्म से जुड़ी होती है। ऐसे बच्चे ज्यादा दिन जिंदा नहीं बच पाते हैं।
इस स्थिति से पांच तरह की दिक्कतें हो सकती हैं –
1. नाभि के ऊपर वाले हिस्से में डिसऑर्डर
2. छाती का निचला हिस्सा पूर्ण विकसित नहीं होने पर।
3. दिल से जुड़ी इंटेस्टाइन के पूर्ण विकसित नहीं होने पर।
4. पेट और छाती के बीच की समस्या
5. दोनों फेफड़ों के बीच किसी तरह की परेशानी होने पर
वैसे आपको बता दें कि दुनिया में अब तक ऐसे 156 मामले सामने आए हैं लेकिन इनमें से अधिकतर बच्चों की मौत हो गई। 12 साल तक पहुंचने वाले 50 बच्चे थे। बाद में उनकी भी मौत हो गई। लेकिन बीते साल अमेरिका के अखबार ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ की रिपोर्ट मानें तो चीन की 26 साल की एक लड़की इसी समस्या से ग्रसित थी। जिसका जटिल ऑपरेशन कर दिल वापस शरीर में फिट कर दिया गया था।
वो अब पूरी तरह से स्वस्थ है।