नवरात्र का सप्ताह चल रहा हैं और यहां हम आपको बता रहें हैं। देवी मां के एक ऐसे मंदिर के बारे में जहां गर्दन काटकर देवी मां देती हैं अपने दर्शन तथा पानी से जलती है ज्योत। जी हां, आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहें हैं जहां पर देवी मां सभी भक्तों को अपने दर्शन देती है। इस मंदिर की एक चमत्कारी बात यह भी है कि यहां पर मंदिर के अंदर अखंड ज्योत घी से नहीं बल्कि पानी से प्रज्वलित होती है। इस मंदिर में आकर नास्तिक व्यक्ति में भी भक्ति की भावना उजागर हो जाती है। इस चमत्कारी देवी मंदिर का नाम “बिजासन मंदिर” है। यह मंदिर इंदौर के महिदपुर में स्थित है। महिदपुर की एक छोटी पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर में वैसे तो नवरात्रों के समय भक्तों का तांता लगा रहता हैं। मगर नवमी के दिन यहां कुछ ज्यादा ही भीड़ हो जाती है। असल में उस दिन देवी बिजासन चामुंडा भक्तों को दर्शन देती है। यह एक चमत्कार जैसा ही होता है जिसको देखकर लोग हैरान रह जाते हैं।
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आपको बता दें कि नवमी के दिन इस मंदिर में किसी त्यौहार जैसा माहौल रहता है। उस समय हजारों लोग मंदिर परिसर में रहते हैं। नवमी के उस दिन मंदिर के पंडित सतोष के शरीर में आकर मां भक्तों को दर्शन देती है। उस समय पंडित संतोष की वेशभूषा एकदम काली मां की तरह हो जाती है और वे मंदिर से खड़क तथा खप्पर लेकर भक्तों को दर्शन देते हैं। मंदिर जाते समय देवी गर्दन पर तलवार से वार करती हैं तथा संतोष का सारा शरीर खून में रंग जाता है। इसके बाद वे गर्भगृह में वापस जाती हैं। इस मंदिर का एक और चमत्कार है कि इस मंदिर का दीपक हमेशा पानी से जलता रहता है। इस मंदिर के पुजारी संतोष इस बारे में बताते हैं कि यह दीपक पानी से ही जलता है। जब कोई कन्या इस दीपक में पानी को डालती है तब यह जल उठता है। कई लोग इस दीपक की जांच करने के लिए अपने साथ में पानी लेकर भी आये पर जब उस पानी को किसी कन्या ने अपने हाथ से डाला तब यह दीपक खुद जल उठा। इस प्रकार से यह बिजासन मंदिर भक्तों के बीच एक चमत्कारी मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है।