कहते हैं ना कि जाको राखे साईयां मार सके ना कोई…ऐसा ही कुछ चमत्कार सियाचिन की सीमा पर देखने को मिला है। आपको याद होगा कि कुछ दिन पहले जम्मू कश्मीर के सियाचिन सीमा पर एक बर्फीला तूफान आया था। जिसमें भारत-पाक बॉर्डर की रखवाली करने वाले सेना के 10 जवानों के शहीद होने की खबर सामने आई थी, लेकिन इनमें से एक जवान को करीब 6 दिन बर्फ में दबे रहने के बाद भी जिंदा बाहर निकाल लिया गया है।
हालांकि अभी इस जवान की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है, लेकिन 25 फुट बर्फ के नीचे 6 दिन तक दबे रहने के बावजूद इस जवान ने अपनी जिंदगी और मौत के बीच की जंग लड़ी। यहां का तापमान 0 से 45 डिग्री सेल्सियस नीचे रहता है। इसके बावजूद भी मौत को हराकर इस जवान ने जिंदगी की जंग को जीत लिया।
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नॉर्थ के सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा का कहना है कि ‘‘यह एक चमत्कारिक बचाव अभियान था। जिसमें हनमन थप्पा नाम के जवान जो कि बर्फ के नीचे करीब 6 दिन से दबे थे, उन्हें जिंदा बाहर निकाल लिया गया है। अभी उनकी हालत काफी गंभीर है। जिसको देखते हुए उनको आर आर अस्पताल ले जाने के लिए सभी तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने एक दुखभरी खबर भी बताते हुए यह स्पष्ट किया कि अब तक बर्फ में दबे 5 जवानों के शव बरामद कर लिए गए है। जिसमें से 4 की पहचान हो गई है। ऐसे में वह उम्मीद कर रहे हैं कि हरमन थप्पा जल्दी से जल्दी ठीक हो जाएं और हम उनको बचा सकें।