नोटबंदी को एक वर्ष बीत चुका हैं। इस अवसर पर हम आपको बता रहें हैं उस व्यक्ति के बारे में जिसने नरेंद्र मोदी को नोटबंदी का सुझाव दिया था। आपको बता दें कि नोटबंदी का आइडिया देने वाले इस व्यक्ति का नाम “अनिल बोकिल” हैं।
अनिल वर्तमान में 53 वर्ष के हैं जोकि महाराष्ट्र के लातूर में जन्में थे। वैसे तो वे एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं, पर उन्होंने इकोनॉमिक्स को स्टडी किया तथा बाद में पीएचडी भी की।
अनिल अभी तक अविवाहित हैं और वे वर्तमान में “अर्थक्रांति” संस्थान के मालिक हैं। अर्थक्रांति असल में एक इकोनॉमिक एडवाइजरी संस्थान हैं जो की पुणे में स्थित हैं।
मोदी को दिया था नोटबंदी का प्रपोजल –
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इसी संस्था की ओर यह कहा गया था कि इम्पोर्ट ड्यूटी को छोड़ सभी प्रकार के 56 टैक्स वापस लिए जाने चाहिए। देश के 78 प्रतिशत लोग प्रतिदिन के हिसाब से महज 20 रूपए खर्च करते हैं तो ऐसे में बड़ी करंसी 500 तथा 1 हजार के नोट की क्या आवश्यकता हैं। चेक, डीडी और ऑनलाइन साधनो के जरिये सभी ट्रांजैक्शन हों तथा कैश जमा करने के लिए लिमिट लगाईं जाए।
अब क्या हैं नया प्रपोजल-
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अनिल बोकिल ने अपने नए प्रपोजल के बारे में बताया कि सरकार को ड्यूटी ऑवर को 8 घंटे से कम करके मात्र 6 घंटे कर देना चाहिए। इससे न सिर्फ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि काम भी दोगुना बढ़ जायेगा।
अनिल बताते हैं कि 8 घंटे के कार्य में एक व्यक्ति महज 3 से 4 घंटे ही प्रभावी तौर पर कार्य करता हैं। ऐसे में 6-6 घंटे की 2 शिफ्ट कर दी जाएं तो ज्यादा लोगों को काम मिलेगा तथा काम का स्तर भी अच्छा रहेगा।
इससे बेरोजगारी की समस्या भी ख़त्म होगी तथा दूसरी और काम भी दोगुना हो जायेगा। इस प्रकार से देश की जीडीपी दर भी बढ़ जाएगी।