भारत सहित दुनिया के लगभग हर देश में लोगों के खोने और मिल जानें की घटनाएं सामान्यतः होती ही रहती है, पर भारत के पड़ोसी देश में रोज 632 लोग रहस्यमय तरीके से गायब हो रहें हैं जिनका कोई पता नहीं लग पा रहा है। जी हां, गायब हो रहें लोगों का अभी तक कोई पता नहीं लग पाया है और वहां लोग लगातार कम होते जा रहें हैं। आखिर क्यों हो रहें हैं लोग गायब और किस पड़ोसी देश में हो रहा है यह सब आइए जानते हैं इसके बारे में।
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दरअसल 632 लोग नियमित रूप से रोज गायब हो रहें हैं, भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश से और आपको जानकारी के लिए बता दें कि बांग्लादेश में यह लोगों के गायब होने का सिलसिला अभी से नहीं चल रहा है बल्कि बांग्लादेश की आजादी के बाद से ही चल रहा है और ये गायब होने वाले लोग और कोई नहीं बल्कि बांग्लादेश में रहने वाले हिन्दू लोग ही है। जब से बांग्लादेश आजाद हुआ है, तब से वहां बसे हुए हिन्दू लोगों की जनसंख्या में लगातार कमी आई है, जिसकी मूल वजह पर आज तक बांग्लादेश की सरकार ने कोई भी ध्यान नहीं दिया है और इसी कारण से बांग्लादेश में निरंतर हिन्दू लोगों की जनसंख्या कम होती जा रही है।
ढाका विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ.अब्दुल बरकत ने हालही में कहा है कि पिछले 49 वर्षों से जिस दर से हिंदुओं का पलायन हो रहा है, यह उसी वजह की ओर इशारा करती है। अपनी पुस्तक ‘पॉलिटिकल इकॉनमी ऑफ रिफॉर्मिंग एग्रीकल्चर-लैंड वाटर बॉडीज इन बांग्लादेश’ में बरकत ने लिखा है कि अब से तीन दशक बाद देश में कोई हिंदू नहीं बचेगा।”, 1951 की जनगणना के हिसाब से बांग्लादेश में 22 फीसदी हिन्दू लोग थे पर 1974 में यह आंकड़ा घटकर 14 प्रतिशत ही रह गया था और 2011 की बांग्लादेश की जनसंख्या के अनुसार वर्तमान में वहां सिर्फ 8.4 प्रतिशत हिन्दू ही रह गए हैं।
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डॉ. अब्दुल बरकत अपनी पुस्तक “पॉलिटिकल इकॉनमी ऑफ रिफॉर्मिंग एग्रीकल्चर-लैंड वाटर बॉडीज इन बांग्लादेश” में तथ्यों और आंकड़े देकर बताते हैं कि “वर्ष 1964 से 2013 के बीच तकरीबन 1.13 करोड़ हिंदुओं ने धार्मिक उत्पीड़न और भेदभाव की वजह से बांग्लादेश छोड़ा अर्थात् प्रतिदिन औसतन 632 हिंदुओं ने देश छोड़ा है। इस हिसाब से सालाना दो लाख 30 हजार 612 हिंदुओं ने देश छोड़ा।” यानि हर रोज औसतन करीब 632 हिन्दू लोग बांग्लादेश से गायब हो रहें हैं। सवाल आज भी वही है कि जहां मुस्लिम बाहुल्य होता है वहां हिन्दू को अपनी जमीन छोड़कर जाना क्यों पड़ता है, बात चाहें देश के मोपला, कैराना या बंगाल की हो या फिर विदेश में पाकिस्तान, बांग्लादेश या अन्य किसी मुस्लिम देश की, सवाल वही है पर विचार अलग अलग। आप भी अपने विचार हमें दें और बताएं की आखिर मूल में समस्या क्या है और कैसे उसको मिटाया जा सकता है।