जहां एक ओर दुनिया तेजी से बदल रही है, वहीं तकनीक की दुनिया में भी स्मार्टफोन का रोल लगातार बढ़ता जा रहा है। आजकल कई ऐसे ऐप्लीकेशन्स आ गए हैं जो आपको मौसम का पूर्वानुमान लगाने, रेलवे टाइम टेबल्स और बैंक बैलेंस चेक करने में काफी मदद करते हैं। अगर हम आपको बताएं कि आपका पार्टनर कहीं आपको धोखा तो नहीं दे रहा, इसका पता लगाने के लिए भी ऐप्लीकेशन्स हैं तो क्या आप यकीन करेंगे। नहीं ना, लेकिन यह सच है। अब ऐसे ऐप्लीकेशन आ गए हैं जो यह भी पता लगा सकते हैं कि कहीं आपका पार्टनर आपको धोखा तो नहीं दे रहा ?
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आपको बता दें कि ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम (जीपीएस) पर आधारित कई ऐसे ऐप्स बनाए गए हैं जो ईर्ष्यालु स्वभाव के लोगों को अपने पार्टनर्स को ट्रैक करने में काफी मदद करते हैं। इसके अलावा इन ऐप्स के ज़रिए अपने खासमखास के संवादों को भी इंटरसेप्ट कर पढ़ा जा सकता है। जिनमें टेक्स्ट, सोशल मीडिया मैसेजेस और फोन कॉल्स शामिल हैं। इसके लिए सबसे जरूरी यह है की दोनों पार्टनर्स के फोन में यह एप्लीकेशन होना चाहिए।
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आंकड़ों के मुताबिक बात करें तो अब तक 40 फीसदी से भी ज्यादा ब्रिटिश लोगों ने इस बात को स्वीकार किया है कि वे अपने पार्टनर्स के फोन को चेक करते हैं। इनमें से एक चौथाई लोग ऐसा बिना सहमति के बाद भी करते रहे हैं।
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अमेरिका की सर्विलांस फर्म एमस्पाई ने एमकपल नाम से इस ऐप्लीकेशन को बनाया है। जो एक जीपीएस ट्रैकर, कॉन्टेक्ट व्यूइंग, फेसबुक मैसेज रीडर, एसएमएस और फोन ट्रैकर की सुविधा उपलब्ध कराता है।
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वैसे 79पी ऐप, कपल ट्रैकर को भी 50 लाख से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड कर लिया है। यह अपनी मार्केटिंग ‘बेस्ट अफेयर एंड चीटिंग प्रिवेन्शन एंड डिटेंशन मोबाइल ऐप्लीकेशन’ से कर रही है। इसके फीचर्स में हर आधे घंटे पर जीपीएस ट्रैकिंग, फुल कॉल हिस्ट्री और पार्टनर के फेसबुक पोस्ट्स पर हर किसी के कमेंट्स और लाइकिंग के एक स्टैटिस्टिकल रीव्यू की सुविधा देता है। जिसको लेकर रिलेशन काउंसलर क्रिस्टीन नॉर्थम ने बताया है कि अगर दोनों पक्ष इसे चाहते हैं तो यह एप्लीकेशन फायदेमंद हो सकता है।